मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वहां की सरकार तथा सेना जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने की बजाय अपने देश में विकास करवाए। पाकिस्तान को चाहिए कि वह आतंकवादियों को तैयार करने पर खर्च होने वाली राशि को देश की शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य विकास परियोजनाओं पर खर्च करे।तलवाड़ा में रविवार को नव प्रशिक्षुओं की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए महबूबा ने सीमा पर बंकर बनाए जाने पर कहा कि पुराने समय के दौरान लोग गुफाओं में रहते थे। अब बंकर बना कर दोबारा से उसी स्थिति में जाना गलत है।
दोनों देशों के बीच जमीन के जिस विवाद पर आए दिन तनाव बना रहता है, उसको सुलझा कर तरक्की की राह अपनानी चाहिए। बंदूक व डंडों से किसी विवाद का हल संभव नहीं है। उन्होंने नव प्रशिक्षुओं को कहा कि उनकी लड़ाई आतंकवाद और अपने भटके हुए युवाओं के साथ है।उनसे निपटने के लिए उनको कई प्रकार की परेशानियां आ सकती हैं, लेकिन पूरे मनोबल से उन ताकतों से निपटना है।
रियासत की छवि को बदलने की जरूरत है। महिलाओं के साथ पेश आने वाली घरेलू हिंसा और अन्य कारणों पर मुख्यमंत्री ने पुलिस के जवानों को कहा कि वह पुलिस स्टेशन में आने वाली परेशान महिला को किसी प्रकार का मशविरा देने की बजाय उसकी मुश्किल को दूर करें। नशे की चपेट में आए युवा से किसी मुलजिम की भांति नहीं, बल्कि बीमार की तरह से पेश आएं। ताकि उसकी जिंदगी को दोबारा से शुरू किया जा सके।
वाजपेयी की फिर की प्रशंसा
मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की फिर तारीफ करते हुए कहा कि उनके द्वारा दोनों देशों के बीच अमन का रास्ता खोला गया था। बस सेवा और व्यापार शुरू किया था।
उनका कहना था कि आपस में बिगड़े हालात को इंसानियत से ठीक करेंगे। मौजूदा समय के दौरान भी रियासत की जनता अमन चाहती है। आए दिन सीजफायर होना दोनों देशों के लिए सही नहीं है। आतंकवाद से लड़ते हुए शहीद जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।