जमीन के झगड़े में महिला हेड कांस्टेबल और उनके बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। औरैया दिबियापुर निवासी हेड कांस्टेबल सुनीता शुक्ला कानपुर जिले के कलक्टरगंज थाने में तैनात थीं। उनके बेटे ने दम तोड़ने से पहले पुलिस को बयान दे दिया। उसी आधार पर हेड कांस्टेबल के देवर और उसके बेटे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जा रही है।
घर में ताला डालकर फरार हुए बाप-बेटे की तलाश की जा रही है। औरैया दिबियापुर निवासी सुनीता शुक्ला (54) पत्नी स्व. हरिओम शुक्ला ने का पैतृक गांव बेला थाना क्षेत्र का पिपरौली शिव है। उन्होंने अग्निवेश शुक्ला (22) को बतौर बेटा गोद लिया था। पति की मौत के बाद सुनीता और उनके देवर अवधेश के बीच पैतृक गांव के पास पुर्वा दुजे में स्थित जमीन को लेकर मुकदमा चला।
कोर्ट ने सुनीता के हक में फैसला सुनाया था। इस जमीन पर बटाईदार ने खेती की थी। बटाईदार ने फसल काट ली तो सुनीता ने दो दिन पहले खुद को देवर से खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई। साथ ही जमीन पर कब्जा दिलाने की मांग भी की, लेकिन पुलिस ने टरका दिया।सोमवार को वह बेटे अग्निवेश (22) के साथ गांव गईं। ट्रैक्टर बुलाकर खेत की जुताई कराने लगीं। कुछ ही देर में सुनीता का देवर अवधेश अपने बेटे विवेक उर्फ गोलू के साथ मौके पर आ धमका।
आरोप है कि अवधेश ने खेत पर खड़े अग्निवेश को तमंचे से गोली मार दी। अग्निवेश भागा और दूर खड़ी मां को आवाज लगाई। मां-बेटे जान बचाकर भागे तो विवेक उर्फ गोलू ने सुनीता के सीने में दो गोलियां दाग दीं। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद अवधेश व विवेक ने अग्निवेश को सीने व हाथ में तीन गोलियां और मारीं। गोलियों की आवाज सुन आसपास के लोग दौड़ पड़े तो हमलावर भाग निकले।
सूचना पर आई पुलिस अग्निवेश को बिधूना अस्पताल ले गई। यहां उन्होंने पुलिस को बयान दिए। डाक्टर के रेफर किए जाने पर उन्हें सैफई ले जाया जा रहा था कि रास्ते में मौत हो गई। एसपी संजीव त्यागी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों और मृतका के मायकेवालों के बयान दर्ज किए। एसपी ने बताया कि जमीन के विवाद में मां-बेटे की गोली मारकर हत्या की गई है। आरोपी गांव से भाग गए हैं। उन्हें पकड़ने के लिए टीम लग गई है। जल्द गिरफ्तार होंगे। रिपोर्ट दर्ज की जा रही है।