ये पोस्टर देखकर कई लोगों को झटका लग सकता है। रविवार को ट्वीट किए गए इस पोस्टर में बसपा सुप्रीमो के साथ अखिलेश यादव भी दिखाई दे रहे हैं। हालांकि ये खबर वायरल होते ही बसपा की तरफ से जारी की गई एक प्रेसनोट में ये बात साफ की गई है कि ये पोस्टर पार्टी ने जारी नहीं किया है न ही उनका कोई ऑफिशियल ट्विटर हैंडल है।अभी-अभी: एक हुयी AIADMK की दोनों टहनियां, अब तमिलनाडु की राजनीति से शशिकला की छुट्टी
मायावती ने प्रेसनोट के हवाले से कहा, बसपा किसी भी तरह की सूचना जारी करने के लिए हिंदी में प्रेसनोट जारी करता है जो काफी डिटेल में होता है। ट्विटर पर ऐसी सुविधा नहीं है। उन्होंने कहा कि ये खबर गलत और बसपा इसका खंडन करती है।
मायावती ने जानकारी दी कि बसपा की नीति और सिद्धांत ‘सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय’ है जबकि ट्विटर वाले पोस्टर में ‘बहुजन हिताय बहुजन सुखाय’ दर्शाया गया है जो गलत है। मायावती ने बताया कि पोस्टर में और भी गलतियां है। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता को लेकर बनाया ये पोस्टर गलत और शरारत पूर्ण है।
बता दें कि बसपा के नाम से बने जिस अकाउंट से पोस्टर ट्वीट किया गया था उस पर वेरीफाइड का निशान भी है। इस पोस्टर में अखिलेश के साथ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव, शरद यादव, ममता बनर्जी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद हैं। इस पोस्टर के साथ कैप्शन है, सामाजिक न्याय की ओर एक कदम… विपक्ष को एकीकृत करने का प्रयास…