आजमगढ़ में मंगलवार को बसपा मंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी सुप्रीमो मायावती ने केंद्र और सूबे की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। रानी की सराय स्थित शंकरपुर चेकपोस्ट पर आयोजित रैली में मायावती ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार आरएसएस की पूंजीवादी, जातिवादी हिंदुत्ववादी और सांप्रदायिक सोच के तहत दलितों, गरीबों और अल्पसंख्यकों का शोषण कर रही है।
अभी-अभी: सबसे अमीर मंत्री पर लगा सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप….
इसी के तहत हैदराबाद में बेमुलाकांड, गुजरात में उमाकांड और यूपी के सहारनपुर में शब्बीरपुर कांड कराया गया। शब्बीरपुर में साजिश के तहत मेरी हत्या कराने की साजिश रची गई थी। मैं इस कांड के विरोध में जाती तो दंगे का रूप दे कर मेरी हत्या करा दी जाती, जो विफल हो गई।
बीजेपी इसका फायदा नहीं ले पाई और निकाय चुनाव को टाल दिया गया। केंद्र सरकार सीबीआई, आयकर विभाग जैसे सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर बसपा को खत्म करना चाहती है। मायावती ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी ने भारतीय अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है।
कई लोगों की रोजी-रोटी छिन चुकी है। कई बेरोजगार हो चुके हैं। गरीबी और महंगाई में इजाफा हुआ है। इसका खुद उनकी पार्टी में ही विरोध हो रहा है। गोरक्षा और आस्था के नाम पर हिंसा फैलाई जा रही है।
धर्म और संस्कृति के नाम पर भय का माहौल बनाया जा रहा है। मुस्लिम को छोड़िये अब हिंदू भी गाय रखने से कतराने लगे हैं। क्योंकि उसे लेकर वो कहीं जा नहीं सकते हैं।
मंडल कमीशन भाजपा की देन
मायावती ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू कराने का श्रेय लेते हुए कहा कि बीएसपी के तीन सांसदों के समर्थन की एवज में वीपी सिंह ने उनकी दो शर्तें मानी थी। एक बाबा साहेब को भारत रत्न और मंडल कमीशन को लागू किया था।
मायावती ने कहा कि मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करने पर बीजेपी ने विरोध किया था। मायावती ने आरएसएस और भाजपा को को आरक्षण विरोधी बताया।
बसपा प्रमुख ने आगे कहा कि डा. अम्बेडकर को संसद में नहीं बोलने दिया तो उन्होंने कानून मंत्री का पद छोड़ दिया था और उसी तरह मुझे भी शब्बीरपुर प्रकरण में दलित उत्पीड़न पर नहीं बोलने दिया, इस लिए मैंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। बात रखने के लिए जनता के बीच आ गई।
डेढ़ घंटे के भाषण में मायावती ने कांग्रेस और भाजपा सरकार को तो निशाने पर रखा, लेकिन सपा (अखिलेश यादव) के खिलाफ मायावती ने एक भी शब्द नहीं कहा। मायावती ने निकाय चुनाव में ही भाजपा को शिकस्त देकर लोकसभा की रिहर्सल करने की बात कही। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार पर विपक्ष मुक्त भारत करने की साजिश का आरोप लगाया।
दाऊट से सेटिंग करके उसे भारत लाया जा सकता है। सर्जिकल स्ट्राइक के नाम पर गुमराह किया जा जा सकता है। इससे देश की बेरोजगारी दूर होने वाली नहीं है। इसलिए इससे सावधान रहे और निकाय और लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराकर जवाब दें।
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