प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मॉरीशस के अपने समकक्ष प्रविंद जगनाथ से मुलाकात की. दोनों के बीच प्रतिनिधमंडलीय स्तर की वार्ता होगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने ट्वीट कर बताया, “गहरी मित्रता व पारस्परिक सम्मान से निर्देशित पुराने संबंध. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में प्रविंद कुमार जगनाथ से मुलाकात की.”यह भी पढ़े: अभी-अभी: पीएम मोदी के गढ़ में सीएम योगी का अब तक का सबसे बड़ा झटका…
संयुक्त वार्ता के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि मॉरीशस के नए पीएम ने अपनी पहली विदेश यात्रा के तौर पर भारत को चुना. हमारे बीच दो सदियों का गहरा सम्बन्ध है. साथ ही उन्होंने अपनी मॉरीशस यात्रा 2015 का जिक्र भी किया.
मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगनाथ ने कहा कि उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद मॉरीशस और भारत के रिश्ते को एक नए आयाम पर पहुंचे है. उन्होंन आगे कहा कि हमने रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में मॉरीशस और भारत के बीच एक मजबूत द्विपक्षीय सहयोग विकसित किया है. उन्होंने भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता की मांग का समर्थन किया है.
भारत और मॉरीशस में हुए अहम समझौते
भारत की तरफ से मॉरीशस को 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर का लाइन ऑफ़ क्रेडिट दिया गया है.
मॉरीशस में चल रही परियोजना को समय से पूरा करने में भारत पूरा सहयोग देगा.
ओसीआई कार्ड में केवल मॉरीशस के लिए जनवरी 2017 में विशेष प्रावधान किये गए है.
इससे पहले जगनाथ का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया. इसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गणमान्य अतिथि से मुलाकात की.
भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए जगनाथ ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी और सुरक्षा सहयोग सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी. जगनाथ ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान से भी वार्ता की.
मॉरीशस को भारत समुद्री संसाधनों से संबंधित अर्थव्यवस्था के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण साझीदार के तौर पर देखता है. मोदी ने 2015 में इस हिंद महासागरीय द्वीप देश की ऐतिहासिक यात्रा की थी.