नई दिल्ली: 8 नवंबर को 500 और 1000 के नोट बंद करने की घोषणा करने के बाद पीएम मोदी ने देश की जनता से आज पहली बार मन की। रेडियो पर प्रसारित होने वाले मन की बात कार्यक्रम का यह 26वां संस्करण है।
मोदी ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि फैसला लागू होने में परेशानी तो आएगी ही। क्योंकि अच्छे फैसले कड़वे होते हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के षडयंत्र के बाद भी देशवासी मुझे समर्थन दे रहे हैं। पूरी दुनिया सोच रही है कि भारत वासी इन कठनाइयों से लड़ते हुए जीत पाएंगे क्या। दुनिया को भरोसा हो या ना हो पर भारत को भरोसा है कि देशवासी नोटबंदी को कामयाब बनाएंगे।
उन्होंने बैंककर्मियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि करोड़ों बैंक कर्मी पूरी निष्ठा और कठनाइयों के बबीच रात दिन काम कर रहे हैं। उनकी वजह से नोटबंदी में भारत सफल होगा।
उम्मीद की जा रही थी कि इस दौरान पीएम देश से नोटबंदी को लेकर अपने ‘मन की बात’ कर सकते हैं। सरकार के इस फैसले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को निशाना बना रहा है।
हालांकि देश में हालात सुधरने लगे हैं लेकिन इसके बावजूद लोग अब भी परेशान हैं वहीं व्यापार भी इस नोटबंदी का बड़ा असर पड़ा है।
इससे पहले बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल जेडीयू ने नोटबंदी को लेकर सोमवार को विपक्ष की ओर से आहूत भारत बंद आंदोलन से खुद को अलग कर लिया है। जेडीयू ने शनिवार को स्पष्ट कर दिया कि पार्टी किसी भी वैसे आंदोलन का समर्थन नहीं करेगी, जो नोटबंदी के खिलाफ है।
बिहार के मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पटना में शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद पार्टी ने यह साफ कर दिया है कि नोटबंदी को लेकर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ी है।
इस बैठक में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, राज्यसभा सांसद हरिवंश, केसी त्यागी सहित कई वरिष्ठ नेतागण मौजूद थे. बैठक के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने पत्रकारों से कहा, नोटबंदी के साथ ही केंद्र सरकार अगर बेनामी संपत्ति के लिए ठोस कदम उठाती है, तो पार्टी उसका भी पूरा समर्थन करेगी।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी ने नोटबंदी पर केंद्र सरकार का साथ देने का फैसला लिया है। हमारी पार्टी कालेधन पर रोक लगाने के लिए बड़े नोटों को चलन से बाहर करने की मांग काफी दिनों से कर रही थी।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रारंभ से ही नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार के समर्थन में हैं, जबकि महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस नोटबंदी का विरोध कर रहे हैं. वामपंथी सहित विपक्ष में शामिल कई दलों ने नोटबंदी के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया है।