यूपी विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने विधानसभा में विस्फोटक पाए जाने के बाद सोमवार को कड़ा कदम उठाते हुए 1,501 पास निरस्त कर दिए हैं। विधायकों के एक वाहन पास के अलावा जारी सभी वाहनों के प्रवेश-पत्र रद कर दिए गए हैं। इनमें पूर्व विधायकों के 715 वाहन प्रवेश पत्र, 365 सामान्य वाहन प्रवेश पत्र और 421 अस्थायी व्यक्तिगत प्रवेश पत्र शामिल हैं।राष्ट्रपति चुनाव के दिन केजरीवाल ने दिया बड़ा बयान, कहा- विधायक सुनें अपने अंतर आत्मा की आवाज…
दीक्षित ने 14 जुलाई को विधानसभा की बैठक में विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई अहम घोषणाएं की थी। अध्यक्ष ने बताया कि विधानसभा के स्तर से सभी कार्रवाई कर दी गई है। विधायक व उनकेएक प्रतिनिधि तथा विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों व कर्मचारियों के अलावा सभी प्रवेश-पत्र निरस्त किए गए हैं।
विधायकों के एक वाहन पास के अलावा जारी सभी वाहनों के प्रवेश-पत्र रद कर दिए गए हैं। दीक्षित ने कहा है कि सदन के अंदर सदस्यों के अलावा जो भी कर्मी या लोग प्रवेश करेंगे उनकी तलाशी ली जाएगी। इसके अलावा विधानसभा सचिवालय में काम करने वाले संविदा व दैनिक वेतनकर्मियों का पुलिस सत्यापन कराया जाएगा।
दीक्षित ने कहा कि 12 जुलाई को विधानसभा मंडप में पाए गए संदिग्ध पदार्थ के बाद यह सुरक्षा की दृष्टि से सख्त कदम उठाना आवश्यक हो गया है। दीक्षित ने विधायकों से सहयोग की अपील की है। दीक्षित ने कहा कि विधानसभा में जिस तरह की घटना घटित हुई है, उससे साफ है कि कुछ अराजकत तत्व लोकतंत्र की इस सर्वोच्च व्यवस्था को आघात पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी है कि इस व्यवस्था को और मजबूत व परिपक्व किया जाए।
गुजरात व महाराष्ट्र की तर्ज पर विधानसभा के सुरक्षा का प्रस्ताव
दीक्षित ने बताया कि विधानसभा के बजट सत्र की समाप्ति के बाद गुजरात व महाराष्ट्र विधानसभाओं की सुरक्षा-व्यवस्था का अध्ययन किया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए उनकी अध्यक्षता में एक टीम दोनों राज्यों के दौरे पर जाएगी।
वहां के विधानसभा अध्यक्ष व अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करेगी। उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त व उत्कृष्ट व्यवस्थाओं को प्रदेश विधानसभामें लागू करने के सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
सचिवालय प्रशासन कर रहा समीक्षा
सचिवालय प्रशासन विभाग के स्तर से जारी व्यक्तिगत पास व वाहन पास की समीक्षा की जा रही है। सचिवालय प्रशासन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नई सरकार आने के बाद विभाग से जारी पास की समीक्षा की गई थी और बड़ी संख्या में पास निरस्त कर दिए गए थे। इसके बाद तय प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही पास बने हैं। समीक्षा की जा रही है। जो भी मानक में नहीं होंगे, निरस्त कर दिए जाएंगे।