उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित इंडिया टुडे के ‘लल्लन टॉप शो’ में सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी बचपन से लेकर राजनीतिक जीवन के कई किस्से साझा किए. उत्तराखंड के अजय सिंह बिष्ट कैसे देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री बने और कैसे उन्होंने संन्यासी से सीएम तक का सफर तय किया इन सभी बातों का जवाब उन्होंने बातचीत के दौरान किया.राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, कहा- झूठ और सच में फर्क नहीं जानते…
यूपी के सीएम योगी बताया कि शुरुआती दिनों में भारत-नेपाल सीमा पर वह राजनीतिक रूप से सक्रिय थे. वहां तस्करी और अपराध रोकने से मकसद से ही उन्होंने हिन्दू युवा वाहिनी का गठन किया. सीएम योगी ने कहा कि उस समय तक नेपाल में माओवाद चरम पर था. नेपाल सीमा पर चल रही राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए ही हिन्दू युवा वाहिनी का गठन किया गया.
योगी आदित्यनाथ के संगठन हिन्दू युवा वाहिनी को अलग-अलग मुद्दों को लेकर आलोचना होती रहती है. कई बार जबरन हिन्दू धर्म थोपने तो कभी लव जिहाद जैसे मुद्दों पर उग्र होने की वजह से युवा वाहिनी चर्चा में रही है. लेकिन सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा नेपाल से सटे इलाके में उनके संगठन ने काफी अच्छा काम किया है. सीएम ने कहा कि हाल के दिनों में नेपाल सीमा पर होने वाली आपराधिक गतिविधियों में भारी कमी आई है और माओवादी संगठन अब डरने लगे हैं.
सीएम योगी ने अपने ऊपर लगने वाले सांप्रदायिकता फैलाने के आरोपों पर कहा कि सौ बार प्रचारित करने से झूठ सच नहीं हो जाता. उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म ने पूरी दुनिया में हमेशा उदारता को अपनाया है और उसे भारत में ही सांप्रदायिक कहना कैसे उचित है. सीएम ने कहा कि हिन्दू कोई धर्म, संप्रदाय नहीं बल्कि हम सब के लिए एक सांस्कृतिक संबोधन है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धर्म को सिर्फ उपासना विधि या मजहब के साथ न जोड़े वह तो हमें कर्तव्यों और सदाचार के प्रति जिम्मेदार बनाता है. उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्ष शब्द का मतलब है कि अपने कर्तव्यों के मुक्त हो जाना और फिर मनुष्य पतन की ओर चला जाता है.
लखनऊ में आयोजित लल्लन टॉप शो में आज दिन भर अलग-अलग क्षेत्रों की हस्तियों से चर्चा की जाएगी. पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पीयूष मिश्रा, ज़ायरा वसीम समेत फिल्म, खेल, साहित्य और राजनीतिक जगत की कई हस्तियां इस शो का हिस्सा होंगी.