सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत बृहस्पतिवार को ही रक्षा मंत्री का कार्यभार संभाल चुकीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से मिले। इस दौरान उन्होंने नवनियुक्त रक्षा मंत्री को सेना की रक्षा तैयारियों और चीन तथा पाकिस्तान की सीमाओं का सूरत-ए-हाल बताया। भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर निभाई दोस्ती, म्यांमार के खिलाफ प्रस्ताव में नहीं लिया हिस्सा
सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री से मुलाकात के दौरान सेना प्रमुख ने उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर देश की सुरक्षा चुनौतियों के बारे में विस्तार से बताया।
इस मौके पर उनके साथ नौसेना प्रमुख और चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन एडमिरल सुनील लांबा भी थे और उन्होंने समुद्री सीमाओं पर सुरक्षा चुनौतियों के बारे में रक्षा मंत्री सीतारमण को जानकारी दी।
रक्षा मंत्री से पहले दिन ही डीआरडीओ के प्रमुख एस. क्रिस्टोफर और रक्षा उत्पादन सचिव एके गुप्ता समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों ने मुलाकात की। रक्षा मंत्री बृहस्पतिवार को पदभार संभालने के बाद पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भी उनके आवास पर जाकर मिलीं। मुखर्जी यूपीए-1 सरकार के कार्यकाल में मई 2004 से अक्तूबर 2006 तक रक्षा मंत्री थे।