चारा घोटाले के एक मामले में रांची की विशेष सीबीआई अदालत के द्वारा लालू प्रसाद यादव को दोषी ठहराए जाने के बाद आरजेडी नेताओं की तरफ से ऐसे कई बयान सामने आए हैं जिनमें कि न्यायालय की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए गए हैं. इसी क्रम में ताजा बयान पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने दिया है, जिस पर विवाद हो गया है.Tripple Talaq: लोकसभा में पेश हुआ तीन तालक संबंधित बिल, विरोधी दलों ने किया विरोध!
रघुवंश प्रसाद सिंह ने गुरुवार को यह आरोप लगाया कि रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने लालू के खिलाफ वही फैसला दिया, जैसा कि उसको भाजपा और जदयू की तरफ से निर्देश दिया गया था. रघुवंश ने कहा कि चारा घोटाले मामले में लालू पर कोर्ट क्या फैसला देने वाली है. यह पहले से ही भाजपा और जदयू के नेताओं को लीक दिया गया था.
रघुवंश ने कहा कि भाजपा और जदयू के प्रवक्ता जो भी भविष्यवाणी कर रहे हैं वह सच साबित हो रहा है, चाहे वह लालू के खिलाफ सीबीआई की छापेमारी हो या फिर भ्रष्टाचार के मामलों में आयकर विभाग में प्रवर्तन निदेशालय की जांच या फिर लालू पर कोर्ट का फैसला. रघुवंश ने कहा कि लालू के मामले में कोर्ट और भाजपा – जदयू के नेताओं के बीच मिलीभगत है.
रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी जल्द ही पूरे बिहार में न्याय रथ रवाना करेगी और जनता के बीच में जाकर लालू के लिए न्याय की गुहार लगाएगी. रघुवंश ने कहा कि न्याय रथ के जरिए उनकी पार्टी राज्यभर में लालू को चारा घोटाले में दोषी ठहराए जाने का विरोध करेगी. उन्होंने कहा कि लालू हमेशा सही गरीबों की आवाज रहे हैं और इसीलिए जनता के बीच में ही जाकर लालू के लिए अब इंसाफ मांगा जाएगा.
नीतीश की सरकार गिराने के लिए आंदोलन
रघुवंश प्रसाद ने भविष्यवाणी की कि मौजूदा बिहार सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी और 2019 लोकसभा चुनाव से पहले ही नीतीश सरकार गिर जाएगी. रघुवंश ने कहा कि आरजेडी बहुत जल्द एक जन आंदोलन खड़ा करेगी और प्रयास करेगी कि 2018 के अंत तक बिहार में नीतीश सरकार गिर जाए.