28 दिन से गायब राम रहीम की ‘दुलारी’ हनीप्रीत को लेकर अब एक नई जानकारी सामने आई है, वहीं एक बार फिर पुलिस को चकमा देने में वह कामयाब हो गई।
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25 अगस्त को राम रहीम को रोहतक जेल छोड़ने के बाद हनीप्रीत सिरसा डेरे में गई, पर वहां से बच निकली। लुकआउट नोटिस जारी हुआ और हनीप्रीत को पकड़ने के लिए तलाशी शुरू हुई। लोकेशन राजस्थान में मिली, पर कोई सुराग नहीं लगा। नेपाल में छिपने की बात आई, विराटनगर में देखी गई। लेकिन वहां से भी भाग निकली। अब खबर आई कि हनीप्रीत राम रहीम के गांव गुरुसर मोडिया में छिपी है। पुलिस पकड़ने के लिए पहुंची, लेकिन चकमा देकर भाग गई।
हनीप्रीत लगातार पुलिस को छका रही है। वीरवार को श्रीगंगानगर के गुरू सरमोड़िया से भी हरियाणा पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। लुक आउट नोटिस जारी होने से महज एक दिन पहले अगर हनीप्रीत राजस्थान में थी तो कुछ घंटों के दौरान आखिर किसने हनीप्रीत को फरार कराने में मदद की, पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी हुई है। वीरवार को श्रीगंगानगर में सर्च के दौरान तमाम ठिकानों पर छापेमारी की गई, लेकिन आरोपी का सुराग नहीं मिल सका।
हनीप्रीत की तलाश में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल की पुलिस भी जुटी हुई है। उसके एक रिश्तेदार ने भी बताया कि 28-29 अगस्त को हनीप्रीत हनुमानगढ़ में थी। 30 अगस्त को हनीप्रीत के खिलाफ लुक आउट जारी किया गया और वह वहां से भाग गई। वीरवार को उसकी लोकेशन राम रहीम के गांव गुरुसर मोडिया में मिली तो तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची।
करीब पांच घंटे तक पूरे गांव और राम रहीम के घर में सघन तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन हनीप्रीत के बारे में कुछ भी पता नहीं चला। वीरवार को हरियाणा पुलिस और गुप्तचर एजेंसियों को सूचना मिली कि हनीप्रीत राम रहीम के पैतृक गांव गुरुसर मोड़िया में हो सकती है। यहां बाबा के घर को ही आलीशान डेरे के रूप में परिवर्तित किया जा चुका है। जिसमें गुरमीत की पत्नी, मां और अन्य सदस्य रहते हैं।