जेल में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम की सुरक्षा में सेंध लग गई। फौजियों की ड्रेस पहनकर छह गाड़ियों में लोग जेल तक पहुंचे तो अफरातफरी मच गई।
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आनन-फानन में पुलिस टीम ने आला अधिकारियों को वॉकी-टॉकी पर अलर्ट कर दिया। छानबीन के बाद पता चला कि फिल्म की शूटिंग के लिए टीम आई है। जो पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के भीतर शूटिंग करना चाहती है। सवाल यह उठता है कि जब टीम के पास अनुमति नहीं थी तो वह संवेदनशील जोन में कैसे पहुंची।
सुनारिया जेल में बंद राम रहीम को जेल से छुड़ाने की धमकी के बाद पूरा जोन संवेदनशील माना जाता है। जेल परिसर के पास से गुजरने वालों की सघन जांच होती है। वीरवार की दोपहर साढ़े बारह बजे। छह वाहनों का काफिला आ कर सुनारिया जेल के चेक पोस्ट के पास रुका। जिससे देखते ही नाके पर तैनात पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। उनकी ओर से वॉकी-टॉकी से जेल के भीतर से लेकर रास्ते लगी पुलिस टीम को अलर्ट कर दिया गया।
इसी बीच उनके आने की जानकारी पुलिस प्रशिक्षण केंद्र सुनारिया में तैनात एडीजी देशराज को दी गई। जिन्होंने उन्हें शूटिंग की अनुमति देने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि दो साध्वियों से दुष्कर्म में दस-दस साल की सजा काट रहा राम रहीम सुनारिया जेल में बंद है। उसके समर्थकों की ओर से हरियाणा पुलिस को धमकी दी जा चुकी है कि वह उन्हें जेल से छुड़ा ले जाएंगे।पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने बताया कि डिवाइन इंडिया नाम की कंपनी जय हिंद नामक फिल्म बना रही है। फिल्म शूटिंग की अनुमति के लिए उनके पास पत्र आया था। जिनको स्पष्ट रूप से मना कर दिया गया था। साथ में कहा गया था कि पीटीसी की ओर से अनुमति के बाद ही वह शूटिंग कर सकते हैं। जब उनके पास अनुमति नहीं थी तो उनको अपनी यूनिट के साथ वहां पर नहीं जाना चाहिए।
डिवाइन इंडिया कंपनी के निदेशक हरीश अरोड़ा कहते हैं कि उनकी यूनिट फिल्म की शूटिंग के लिए झज्जर से रोहतक गई हुई थी। अनुमति न मिलने के कारण वापस आ गई है। कहां पर कम्यूनिकेशन गैप हुआ इस बात की उन्हें जानकारी नहीं है।