विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने फ्री डैंड मांगा है। उन्होंने पार्टी हाईकमान को आश्वस्त किया कि फ्री हैंड मिलने से कांग्रेस का मिशन रिपीट पक्का है। शुक्रवार को नई दिल्ली में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की कांग्रेस राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक हुई।अभी-अभी: मुंबई के एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन हादसे पर CM योगी ने दिया ये बड़ा बयान…
इसमें मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी को हिमाचल में चल रही सियासी हलचल की विस्तृत रिपोर्ट दी। बैठक में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुशील कुमार शिंदे और सह प्रभारी रंजना भी उपस्थित थी। सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हाईकमान को बताया कि हिमाचल भाजपा में फूट पड़ी है।
प्रदेश के किसी भी जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हवा नहीं है। पार्टी से सही लोगों को टिकट मिलने और संगठन की ओर से जमीनी स्तर पर काम किए जाने से हिमाचल में कांग्रेस पार्टी का मिशन रिपीट कोई नहीं रोक सकता।
अगर ऐसा होता है तो मुख्यमंत्री टिकट आवंटन में अहम भूमिका निभाएंगे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सोनिया गांधी के निजी सचिव अहमद पटेल से भी मुलाकात की।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी महंगाई और जीएसटी को चुनावी मुद्दा बनाएगी। हाईकमान की ओर से इन दोनों को चुनावी मुद्दा बनाए जाने पर सहमति मिल गई है।
इस बार मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने उनकी रैली का स्थान मंडी चयनित किया है। कांग्रेस पार्टी हिमाचल में राहुल गांधी की चारों संसदीय क्षेत्रों में चुनावी रैली कराएंगे।
बाली भी दिल्ली पहुंचे
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के दिल्ली पहुंचने के बाद परिवहन मंत्री जीएस बाली भी दिल्ली रवाना हुए। उन्होंने दिल्ली में पार्टी के वरिष्ट नेताओं से मुलाकात की। सूचना है कि उन्होंने सोनिया गांधी के निजी सचिव अहमद पटेल से मुलाकात की।
वीरभद्र प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को लेकर आलाकमान से लगातार शिकायत करते रहे हैं। सीएम शुक्रवार को राहुल से दिल्ली में मुलाकात की।
प्रदेश के मसले पर राहुल के साथ वीरभद्र सिंह और राज्य के प्रभारी सुशील कुमार शिंदे की लंबी चर्चा हुई। राहुल ने दोनों नेताओं से हिमाचल के मुद्दों और सरकार की उपलब्धियों की जानकारी ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने फिलहाल संगठन में किसी बदलाव से साफ इनकार कर दिया है।
सुक्खू को लेकर वीरभद्र ने सोनिया से भी कहा था, लेकिन उन्होंने पूरा मामला राहुल गांधी पर छोड़कर उनसे मिलने को कहा था।
राहुल गांधी के साथ हुई बैठक के संबंध में शिंदे ने बताया कि हिमाचल में चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा हुई है। राहुल गांधी की मंडी रैली के बाद कांग्रेस का चुनाव अभियान तेजी पकड़ेगा।