लखनऊ:भाजपा के मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह का बेटा बताकर फर्जी फेसबुक, ट्विटर एकाउंट बनाकर लोगों से ठगी करने वाले एक छात्र को लखनऊ की गौतमपल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से भाजपा यूथ संगठन का अध्यक्ष और भाजपा की सदस्या का फर्जी लेटर बरामद किया है। आरोपी ने अपनी ऊंची पहुंच दिखाकर कई लोगों से ठगी भी की थी।
इंस्पेक्टर गौतमपल्ली विजयसेन सिंह ने बताया कि बरेली जनपद निवासी दानिश सिटी स्टेशन के पास रहकर एमबीबीएस की तैयारी कर रहा है। वह एक कोचिंग में पढ़ता है। कोचिंग में पढ़ाई के दौरान उसकी मुलाकात बिहार निवासी दीपक कुमार सिंह से हुई। दीपक कुमार ने खुद को भाजपा के कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह का बेटा बताया।
साथ ही उसने खुद को भाजपा यूथ संगठन का यूपी अध्यक्ष भी बताया। आरोपी ने फेसबुक, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया साइट पर फर्जी एकाउंट बना रखा था और लोगों को अपने जाल में फंसता था। छात्र दानिश का आरोप है कि कुछ दिन पहले दीपक कुमार ने उसको कोट दिलाने की बात कही। दीपक सिंह ने कोट दिलाने के नाम पर दानिश से 20 हजार रुपये की मांग भी रखी।
दीपक की ऊंची पहुंच के झांसे में आकर दानिश ने बिना सोचे-समझे ही उसको 20 हजार रुपये थमा दिये। रुपये लेने के बाद भी दीपक ने दानिश को कोटा नहीं दिलाया। इस पर दानिश को दीपक की हरकतों पर कुछ शक हुआ। उसने जब अपनी तरफ से छानबीन की तो पता चला कि दीपक सिंह का मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह और भारतीय जनता पार्टी या उसके किसी भी संगठन से कोई लेनादेना नहीं है।
उसने लोगों को अपनी जाल में फंसाने के लिए यह खेल खेला था। दीपक कुमार की सच्चाई पता चलने पर दानिश ने शिकायत गौतमपल्ली पुलिस से की। इस मामले में पुलिस ने जब छानबीन की तो पता चला कि बिहार निवासी दीपक सिंह सिविल अस्पताल के पास रहकर नीट की तैयारी कर रहा है। उसका मंत्री या फिर किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई लेनदेना नहीं है। इसी छानबीन के आधार पर बुधवार को गौतमपल्ली पुलिस ने आरोपी दीपक कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास भाजपा यूथ संगठन और भाजपा पार्टी की सदस्यता के फर्जी दस्तावेज भी बरामद किये।
नीट में सलेक्शन के नाम पर की थी ठगी
अपनी शिकायत मेें पीडि़त छात्र दानिश ने बताया कि आरोपी दीपक ने न सिर्फ उसके साथ बल्कि उसके साथी बरेली निवासी मुशाल मोईन और रामपुर निवासी अताउल मुस्तफा से भी नीट में सलेक्शन के नाम पर 50-50 हजार रुपये ऐंठे थे।
शौक ने पहुंचा दिया जेल
इंस्पेक्टर गौतमपल्ली विजयसेन ने बताया कि अभी तक की गयी छानबीन में आरोपी दीपक कुमार ने बताया कि उसके पिता बिहार में बिल्डर हैं। ऊंची पहुंचे और लोगों पर रौब गाठने के लिए आरोपी दीपक ने इस तरह का काम किया था।