नोटबंदी को लेकर जनता 55 दिनों भी परेशान है। सरकार मामले पर सफाई दे रही लेकिन राहत अभी तक नहीं दे पाई है। इसी बीच खबर आ रही है कि नोटबंदी का फैसला वापस भी हो सकता है। पीएम के नोटबंदी के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। सुप्रीम कोर्ट भी मामले पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। जल्द ही मामले की सुनवाई की जाएगी।
इससे पहले पिछली सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस टी एस ठाकुर और जस्टिस ए एम खानवल्कर और डी वाई चंद्रचूड़ की बेंच ने कहा कि नोटबंदी से ‘बहुत प्रॉब्लम’ हो गई है। ब्लैकमनी की धरपकड़ के लिए लगातार पड़ रहे छापों की तरफ इशारा करते हुए बेंच ने कहा कि कुछ लोग मोटी रकम को ठिकाने लगा रहे हैं तो कुछ एक नोट के लिए तरस रहे हैं। कोर्ट ने कहा, ‘सरकारी अस्पताल में अभी भी 500 और 1000 रुपए के नोट का इस्तेमाल होना चाहिए।
कोर्ट ने पूछा है कि अगर सरकारी अस्पताल पुराने नोट लेते हैं तो उससे क्या समस्या आ सकती है? अगर सरकार नोटों की सप्लाई नहीं कर सकती है तो लोगों को क्यों परेशान होना चाहिए। कोर्ट ने अपना आॅर्डर रिजर्व रखा है। अटर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा कि लोगों को होने वाली परेशानी जल्द ही खत्म हो जानी चाहिए. अदालत को पुराने नोटों का इस्तेमाल दोबारा शुरू करने का आॅर्डर नहीं देना चाहिए।