निकाय चुनाव को देखते हुए नई व्यवस्था की गई है। नई व्यवस्था से शराब के शौकीनों को झटका लगा है। इसके अंतर्गत मतगणना तक शराब खरीदने वालों की फोटो खीची जाएगी और ग्राहकों का नाम पता भी नोट किया जाएगा और तो और पुलिस भी घर पहुंच सकती है।प्रद्युम्न हत्याकांड: अशोक की मां ने किया बड़ा खुलासा, कहा- मेरे बेटे को पुलिस ने उलटा लटकाया और बिजली के झटके दिए
कानपुर। निकाय चुनाव की मतगणना होने तक शराब खरीदने वालों की फोटो खींची जाएगी। ठेके में रखे रजिस्टर पर नाम, पता, मोबाइल नंबर, शराब की मात्रा आदि की जानकारी दर्ज की जाएगी। यह सारी जानकारी रोजाना संबंधित थानों को भेजी जाएगी। ज्यादा शराब खरीदने वालों के घर पुलिस जा भी सकती है।
पूछेगी कि इतनी शराब किस मकसद से खरीदी गई। खरीदने वाला कहीं प्रत्याशी का समर्थक तो नहीं। बृहस्पतिवार से लागू हुई जिला प्रशासन की इस नई व्यवस्था से शराब के शौकीनों को झटका लगा है। कई तो शराब खरीदे बगैर ठेकों से लौट गए।
दरअसल, निकाय चुनाव में मतदाताओं को प्रलोभन देने के लिए प्रत्याशी शराब तक बांटते हैं। इस पर रोक लगाने के लिए ही जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने देशी, अंग्रेजी ठेकों और बीयर शॉप में यह व्यवस्था लागू की है। मतगणना वाले दिन तक (एक दिसंबर) यह व्यवस्था रहेगी।
जिलाधिकारी ने जिले के सभी शराब विक्रेताओं को आदेश दे दिया है। बृहस्पतिवार को इस व्यवस्था से शराब खरीदने पहुंचे लोगों का सेल्समैन से विवाद भी हुआ। शराब दुकानों के संचालकों ने बताया कि इस नई व्यवस्था से अधिकांश लोग बिदक गए और शराब खरीदे बिना ही चले गए।