
एक्साइज ड्यूटी से आमदनी बढ़ाने का खाका खींच रहे सूबे के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने वीरवार को यह खुलासा किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस फैसले से न सिर्फ पड़ोसी राज्यों से होने वाली शराब की तस्करी खत्म होगी, राज्य सरकार को प्रति वर्ष 2000 करोड़ रुपये की आमदनी हो सकती है। यही नहीं, पंजाब लाटरी विभाग जिससे फिलहाल राज्य सरकार को 20 से 30 करोड़ रुपये की कमाई हो रही है, के कामकाज में सुधार करके फिर से पुरानी आमदनी 300 करोड़ रुपये तक लाया जाएगा।
इसके अलावा कुछ अन्य सरकारी विभागों से सरकार को होने वाली आमदनी में भी बढ़ोतरी करने की योजना बनाई जा रही है। वीरवार को वित्त मंत्री से उनके कार्यालय में हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने केंद्र से जिस सहयोग के लिए अपील की हैं, उन पर केंद्र से अभी आश्वसन ही मिल रहे हैं। हालांकि उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी है लेकिन प्रदेश के अपने संसाधनों से आमदनी बढ़ाने की दिशा में विचार शुरू कर दिया गया है।
सूबे में शराब के दाम कम किए जाने के प्रस्ताव के बारे में उन्होंने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि तमिलनाडु की आबादी पंजाब से तीन गुना है और तमिलनाडु की एक्साइज ड्यूटी से आमदनी पंजाब के मुकाबले 10 गुना है। पंजाब में शराब की कीमत सभी पड़ोसी राज्यों से कहीं ज्यादा हैं। इस कारण पड़ोसी राज्यों से शराब की तस्करी बड़े पैमाने पर जारी है। सूबे में शराब के दाम घटाकर तस्करी को खत्म होगी ही, शराब की बिक्री से सरकार की आमदनी भी बढ़ेगी।
इस संबंध में वित्त मंत्री ने एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने इस साल मार्च में एक्साइज पालिसी की घोषणा करते हुए शराब के दाम बढ़ा दिए थे।
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