उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के अधिकारियों को बड़ा फरमान सुनाया है। नौकरशाही को कड़ा संदेश देते हुए योगी ने कहा कि भूख से मौत पर जिलाधिकारी और स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में किसी बच्चे की मौत के लिए सीएमओ जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अफसरों को 90 दिन का काम दिया गया है, जिसकी रिपोर्ट 100 दिन बाद वह खुद अधिकारियों से लेंगे।
यूपी का सीएम बनने के बाद अपने पहले टीवी इंटरव्यू में योगी ने कहा कि उन्होंने सरकारी अफसरों को साफ संदेश दे दिया है कि वह यहां बैठने के लिए नहीं आये हैं। यूपी में बड़ा बदलाव लाना उनका एकमात्र मकसद है। इंटरव्यू में योगी ने किसानों की ऋण माफी, बूचड़खानों पर कार्रवाई, रोमियो स्क्वॉयड, शिक्षा, उद्योग, स्वास्थ्य सहित तमाम अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी।
15 जून के बाद कोई गड्ढा नहीं : योगी ने कहा कि यूपी में खराब सड़के पहचान बन गयी थीं. हम उसे बदल देंगे. 15 जून तक किसी सड़क पर गड्ढा नहीं मिलेगा। सिर्फ वीआईपी नहीं, सभी जिलों में 24 घंटे बिजली उपलब्ध करायी जायेगी और हर तबके लिए योजनाएं लायी जायेंगी।
बूचड़खानों पर होगा कोर्ट के आदेश का पालन : योगी ने कहा कि अवैध बूचड़खानों पर सिर्फ एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करवाया जा रहा है. पिछली सरकार ने इसे लागू नहीं किया था। उन्होंने कहा कि अगर कोई मानकों को पूरा करता है, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। हिंदू राष्ट्र की अवधारणा गलत नहीं : योगी ने कहा, ‘कौन क्या कह रहा है, मैं किसी के मुंह पर टेप नहीं लगा सकता। मुझे प्रदेश में काम करना है. एक बात साफ कहनी है कि हिंदू राष्ट्र की अवधारणा गलत नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह एक जीवन पद्धति है, तो इसे अपनाने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए। राजसत्ता योगियों के लिए : योगी ने कहा, ‘राज्य सत्ता तो एक योगी ही चला सकता है। मोदी जैसा योगी आया तो देश की जनता में विश्वास जगा है। मोदी जी हमारे आदर्श हैं। राज सत्ता योगियों के लिए है, भोगियों के लिए नहीं. हमारा काम बोलेगा