यूपी में बीजेपी की सरकार बनते ही सीएम योगी आदित्यनाथ जबर्दस्त एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। रोज कई बड़े फैसले कर सबको चौका रहे हैं। इसी बीच सीएम योगी ने एक धमाकेदार ऐलान कर दिया है। योगी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है वो 2019 चुनाव के हिसाब से तेजी से काम में जुटे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि यूपी का विभाजन नहीं होगा। योगी के इस बयान के बाद राजनीति में चर्चाएं तेज हो गईं हैं।हिंदी अखबार दैनिक जागरण को दिए इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी में समस्याएं बहुत ज्यादा हैं और समय कम है क्योंकि मुझे 2019 में रिजल्ट देना है। इसके लिए अभी से जूझना होगा। उन्होंने कहा कि मेरे राज्य में डरने की सिर्फ उसे ही जरूरत है जो गलत काम करते हैं। बाकी किसी को कोई परेशानी नहीं हो्गी। योगी ने आगे कहा कि मैं यूपी के विभाजन के पक्ष में नहीं हूं। मेरे राज में अगर किसी ने सरकारी भर्तियों में जाति, धर्म या धन के आधार पर बेइमानी का प्रयास किया तो उसे जेल जाना होगा।
कर्ज माफी पर भी योगी ने दिया बयान
शिक्षा को लेकर जताई चिंता
इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्कूली शिक्षा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा था कि सरकारी स्कूलों की शिक्षा को सुधारने की जरूरत है। इसी सिलसिले में डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने एक नया ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि अब से सभी सरकारी स्कूलों में योग शिक्षा अनिवार्य होगी।
रात 1 बजे तक चली मीटिंग
गुरुवार रात को शास्त्री भवन में करीब एक बजे तक मीटिंग चली जिसमे सीएम योगी आदित्यनाथ सहित तमाम बड़े अधिकारी और मंत्री मौजूद रहे। इस मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए थे। गुरुवार देर रात तक राज्य में संचालित उद्योगों से जुड़े छह विभागों की समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम के समाने छह विभागों के प्रमुख सचिव और सचिव ने अपना प्रजेंटेशन पेश किया। इस दौरान विभागों से सम्बंधित सभी जानकारियां ली। साथ ही अपने दिशा निर्देश भी दिए। इस दौरान औद्योगिक विकास विभाग, यमुना एक्सप्रेसवे, नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग, खाड़ी एवं ग्रामोद्योग विभाग, ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा विभागों के प्रेजेंटेशन हुए। सीएम किस तरह बारीकी से एक-एक विभाग का प्रेजेंटेशन देख रहे हैं, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कड़ी ग्रामोद्योग विभाग के अधिकारी रात 12 बजे सीएम के कक्ष से बाहर निकले।