मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर व्यक्ति को सरकारी नौकरी देना कठिन काम है लेकिन स्वालंबन के साथ रोजगार देना आसान काम है।जानिए क्यों? राहुल गांधी के आगे झुकने को मजबूर हुआ जिला प्रशासन
खादी ग्रामोद्योग और गांधी आश्रम जैसी संस्थाएं आगे आएंगी तो रोजगार सृजन की संभावना बढ़ेगी, इसमें सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ सदैव सहयोग करेगी।
महात्मा गांधी की जयंती पर सोमवार को राजधानी के हजरतगंज स्थित गांधी आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खादी के साथ स्वदेशी का ही नहीं बल्कि स्वाधीनता का संबंध भी रहा है। स्वदेशी और स्वालंबन के साथ लड़ाई आगे बढ़ी तो आजादी में ज्यादा समय नहीं लगा।
उन्होंने कहा कि लोग खादी के साथ जुड़कर इस अभियान को आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाकर गांवों में हो रहे पलायन को रोकने में अपनी भूमिका का निर्वहन करें।
गांव में एक बेरोजगार परिवार चरखा के माध्यम से कताई का काम करके दो सौ रुपये प्रतिदिन घर में बैठकर कमा सकता है। इससे परिवार खुशहाल भी होगा और पलायन भी रुकेगा।
इस राष्ट्र को स्वावलंबन की ओर से अग्रसर करने के लिए सभी को सामूहिक प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खादी पर सब्सिडी को 10 से बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया गया है।
इसमें पांच प्रतिशत सब्सिडी सीधे कामगारों को दी जाएगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि खादी ग्रामोद्योग को प्रोत्साहन और स्वदेशी व स्वावलंबन के लिए सरकार पूरा सहयोग करेगी।