दुनिया भर में आतंक की दशहत फैलाने वाले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) का सीरिया के शहर रक्का से लगभग सपूड़ा साफ माना जा रहा है। लेकिन इस स्थिति ने दूसरे देशों की मुश्किलें बढ़ा दी है, जिनमें भारत भी शामिल है।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की चिंता इसलिए बढ़ रही हैं, क्योंकि उनका मानना है कि भारत से लापता हुए युवा, आईएस में शामिल होने के बाद अब संदिग्ध आतंकी के रूप में देश लौट रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ये आतंकी देश के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। पुलिस की माने तो ये स्लीपर सेल की भूमिका अदा कर सकते हैं और देश में बड़ा आतंकी हमला भी कर सकते हैं।
काउंटर-टेररिज्म अधिकारियों की मानें तो ये आतंकी, भारत से साल 2014 में व्यक्तिगत और समूहों में इराक, सीरिया और अफगानिस्तान गए थे। ऑनलाइन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार को पुलिस ने केरल के रहने वाले तीन संदिग्ध अब्दुल रज्जाक, मिदीलाज और एमवी राशिद को गिरफ्तार किया, जो हाल ही में तुर्की से लौटे हैं। इनकी गिरफ्तारी के बाद ये साफ हो गया है कि आईएस में शामिल होने गए युवा अब भारत लौट रहे हैं।
जांचकर्ताओं ने बताया कि इन तीनों के लिंक शाहजहां वेल्लुवा कैंडी ऊर्फ मोहम्मद इस्माइल मोहिद्दीन से भी थे, जिसे दिल्ली पुलिस ने इस साल जुलाई में गिरफ्तार किया था। तुर्की से लौटे मोहिद्दीन से बुधवार को एनआईए ने पूछताछ की थी जिससे पता चला कि कई और भी संदिग्ध भारत लौट सकते हैं।
संदिग्धों के भारत लौटने के बीच एयरपोर्ट्स, पोर्ट्स, बॉर्डर सहित देश के कई स्थानों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही भारत दूसरे देशों से भी संपर्क में है, ताकि आतंकियों से जुड़ी जानकारी मिलती रहे।