
तब गीता को गिरफ्तार करने वाले इंस्पेक्टर इंदीवर के मुताबिक मई 2016 में रविंद्र पुगथला को सोनीपत के कामी रोड पर गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम के साथ हर्षिता और उसके साथियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। बाद में हर्षिता और उसके दो साथियों को पुलिस ने देसी पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया था।
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान हर्षिता ने स्वीकार किया कि वो रविंद्र गैंग में थी। बाद में हर्षिता और उसके दो साथियों को पुलिस ने देसी पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया था। तब हर्षिता के पास से अवैध हथियार बरामद हुए थे। हर्षिता के अनुसार वो गैंग में इसलिए शामिल हुईं क्योंकि जीजा दिनेश माथुर लगातार उनकी जान लेनी की धमकी दे रहा था।
हालांकि उस घटना के बाद सोनीपत सीआईए और एसआईटी की टीम ने गैंगस्टर रविंदर पुगथला को 10 फरवरी, 2017 को एक एनकाउंटर में मार गिराया।
हर्षिता की हत्या का आरोपी जीजा दिनेश पहले ही जेल में बंद है। उसने पुलिस पूछताछ में कबूल कर लिया है कि उसी ने हर्षिता का मर्डर करवाया था। पानीपत के डिप्टी एसपी देशराज ने बताया, ‘पूछताछ के दौरान हर्षिता दहिया के जीजा दिनेश माथुर ने कबूल किया है कि मर्डर के पीछे उसी का हाथ है।’
पुलिस ने दिनेश माथुर को पानीपत की जिला कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।