बीएचयू कैंपस में छात्रा के साथ छेड़खानी, लाठीचार्ज की घटनाओं के मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए चीफ प्रॉक्टर प्रो. ओएन सिंह ने मंगलवार रात करीब बारह बजे अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।जानिए बीएचयू पीड़िता की एफआईआर और उस शाम का दर्द…
कुलपति ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया। देर रात सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय की ओर से इसका आदेश जारी किया गया है। नियमानुसार इस्तीफे के बाद पूरी प्रॉक्टोरियल बोर्ड अपने आप में भंग हो गई है।
इससे पहले बीएचयू परिसर में छेड़छाड़ के बाद विरोध प्रदर्शन व लाठीचार्ज का मुद्दा दिल्ली में हुई एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में उठा। इसमें चीफ प्रॉक्टर समेत बोर्ड के 30 सदस्यों को नियमों के तहत पद से हटाने पर सहमति बनी।
माना जा रहा है कि अब अगली गाज गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन पर गिरेगी, जिसने पीड़ित छात्रा को कहा था कि देर तक हॉस्टल से बाहर रहने पर ऐसे ही छेड़छाड़ होगी। पीड़िता की मदद नहीं करने वाले सुरक्षा गार्ड को हटाने का फैसला पहले ही किया जा चुका है।
दिल्ली में मंगलवार को बीएचयू एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में कैंपस में छात्राओं की सुरक्षा बढ़ाने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। तय हुआ कि विश्वविद्यालय की सदियों पुराने सुरक्षा नियमों में बदलाव किया जाए।
बैठक में तय हुआ कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ विश्वविद्यालय नियमों के तहत कार्रवाई करेगा। कैंपस में सीसीटीवी लगाने का काम जल्द पूरा करने और कैंपस में महिला सुरक्षा गार्डों की तैनाती पर भी सहमति बनी। इसके अलावा छात्र समेत आम लोग कैंपस में सुरक्षा बढ़ाने पर जो सुझाव देंगे, उन्हें अमल में लाया जाएगा।