संजय लीला भंसाली की मूवी पद्मावती को लेकर विवाद के चलते बीजेपी नेता सूरज पाल अम्मू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अम्मू हरियाणा भाजपा मीडिया कोर्डिनेटर थे और पद्मावती की रिलीजिंग का विरोध कर रहे हैं। सूरज पाल ने प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला को चिट्ठी लिखकर अपना इस्तीफा दिया। चिट्ठी में लिखा है कि सीएम साहब द्वारा किये गये व्यवहार से मेरा मन व्यथित है। इसलिए इस्तीफा दे रहा हूं, लेकिन पार्टी में साधारण कार्यकर्ता के रूप मे कार्य करता रहूंगा।
इस पर हरियाणा बीजेपी के मीडिया कॉर्डिनेटर सूरजपाल अम्मू ने भी हरियाणा सीएम पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सीएम साहब ने उन लोगों से मुलाकात क्यों नहीं की, जो राजस्थान से उनसे मिलने आए थे। अगर आप हमें पार्टी से निकालना चाहते हैं, तो निकाल दें पर हमारा अपमान न करें।
करणी सेना के नेता सुखदेव सिंह घोघावाड़ी ने कहा कि हरियाणा सीएम ने हमे मिलने के लिए बुलाया था, लेकिन उन्होंने मुलाकात नहीं की। यह राजपूत समाज का अपमान है। सीएम खट्टर घमंडी हो गए हैं। हम पद्मावती को किसी भी हाल में रिलीज नही होने देंगे। फिल्म की रिलीज के विरोध में हम हरियाणा भर में रैलियां करेंगे।
अम्मू ने भंसाली और दीपिका पादुकोण का सिर काटकर लाने वाले को 10 करोड़ का इनाम देने का ऐलान तक कर डाला। अम्मू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मूवी के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की, नहीं तो वे पार्टी छोड़ देंगे।
इस बात का विरोध हुआ और बीजेपी ने अम्मू को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। मामले में बीजेपी के हरियाणा प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अनिल जैन ने कहा कि बीजेपी ऐसे बयानों के खिलाफ है। पार्टी पद्मावती फिल्म के समर्थन में नहीं है और ना ही पार्टी ऐसे किसी बयान का समर्थन करती है।