योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या में सरयू नदी के किनारे भगवान राम की ‘भव्य प्रतिमा’ स्थापित करने की योजना बना रही है. अपने प्लान ‘नव्य अयोध्या’ के तहत सरकार ये योजना बना रही है. धार्मिक पर्यटन बढ़ाने के मकसद से पर्यटन विभाग के इस प्रस्ताव को राज्यपाल राम नाइक के पास भेजा गया है. सरकार के इस प्रस्ताव में प्रतिमा की ऊंचाई 100 मीटर रखने की बात कही गई है लेकिन कई अधिकारियों के मुताबिक यह अभी अंतिम नहीं है. द इंडियन एक्सप्रेस की इस रिपोर्ट के मुताबिक पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इस आशय का प्रजेंटेशन दिया है. राजभवन की प्रेस रिलीज में इस बात की पुष्टि की गई है. 14 दिसंबर से 14 जनवरी के बीच नहीं होती हिंदू शादियां, तब हों चुनाव: BJP का सुझाव
इस प्रजेंटेशन में अयोध्या में 18 अक्टूबर को दीवाली उत्सव मनाए जाने के सरकार के कार्यक्रम का ब्योरा भी दिया गया है. इस अवसर पर राज्यपाल राम नाइक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा उपस्थित रहेंगे. प्रेस रिलीज में यह बताया गया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की अनुमति के बाद इस प्रतिमा को सरयूघाट पर स्थापित किया जाएगा. हालांकि इस संबंध में सरकार का कहना है कि अभी यह महज ‘संकल्पना प्रस्ताव’ है और इस आशय का एनजीटी को पत्र अभी भेजा जाना है.
इस योजना में नदी किनारे राम कथा गैलरी, दिगंबर अखाड़ा परिसर में बहुउद्देशीय ऑडीटोरियम और कई अन्य जनोपयोगी सेवाएं उपलब्ध होंगी. अयोध्या के इस समेकित विकास के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय को राज्य सरकार ने 195.89 करोड़ की विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भेजी है. नतीजतन मंत्रालय ने राज्य को इस मद में 133.70 करोड़ रुपये दिए हैं.