उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा की उनके सूबे में गोवंश के साथ क्रूरता से पेश आने वालों की जगह जेल में होगी.Election: इस महिला को भाजपा ने बनाया लखनऊ मेयर का प्रत्याशी, जानिए कौन हैं!
विश्व हिन्दू परिषद के गौ रक्षा विभाग की ओर से आयोजित गौ रक्षा अधिवेशन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहली ऐसी सरकार है, जिसने राज्य में अवैध बूचड़खानों को पूरी तरह से बंद कराया.
सीएम योगी ने कहा कि यह कहना सरासर झूठ है कि उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक गोमांस निर्यात होता है. उन्होंने कहा, ‘कोई यूपी से गोमांस को एक टुकड़ा भी निर्यात करने का दुस्साहस नहीं कर सकता. यह कहना सरासर झूठ है कि उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा गोमांस का निर्यात होता है. राज्य में यह पूरी तरह से प्रतिबंधित है.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में गौचर भूमि को चिह्नित करने के लिए भू माफिया रोधी कार्यदल का गठन किया है. इसका मकसद सरकारी भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराना है. उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति को बचाना है तो गाय, गंगा, तुलसी को बचाना होगा. उन्होंने कहा, ‘गौ-रक्षा एक पवित्र कार्य है. हम तो इसमें लगे हैं. गौ-रक्षा व गौ संवर्धन हमेशा से ही मुद्दा रहा है. उन्होंने कहा कि आज गाय की हालत किसी से छुपी नहीं है. सड़कों पर उनकी हालत किसी से छुपी नहीं है. यहां पर गौ-पालक गाय का दूध निकालकर गायों को सड़कों पर छोड़ देता हैं.’
मुख्यमंत्री ने हर जिले में एक हजार गौ सेवकों को तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया और कहा कि हमें गाय के संरक्षण के लिए काम करना होगा. सीएम योगी ने कहा कि अगर हर जिले में एक हजार गौ रक्षक तैयार होते हैं, तो पूरे प्रदेश में 75000 गौ रक्षक होंगे. आप इसे करेंगे तो आपके साथ जनता जुड़ेगी. आपकी ही ताकत बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि गोरक्षा को गौ संवर्धन और गौ-संरक्षण से जोड़ें. उन्होंने कहा कि कहा कि शास्त्रों में गौ-माता की उपयोगिता बताई गई है. सरकार आगे आ गई है, अब समाज को गौ-माता की देखभाल के लिए आगे आना चाहिए.