लखनऊ :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (बुधवार को) सुबह 10 बजे लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ‘यूपी इन्वेस्टर्स समिट-2018’ (UPIS) का उद्घाटन करेंगे. दो दिवसीय इस समिट में दुनियाभर के 5 हजार उद्योगपति शामिल होंगे. राज्य में निवेश के अवसरों और संभावनाओं की तरफ ध्यान आकृष्ट कराने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इस सम्मेलन का आयोजन कर रही है. फिनलैंड, नीदरलैंड्स, जापान, चेक गणराज्य, थाइलैंड, स्लोवाकिया और मॉरीशस की पहचान इस समिट के लिए साझेदार देशों के तौर पर की गई है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 22 फरवरी को सम्मेलन के समापन अवसर पर मौजूद रहेंगे. 
20 लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार!
उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि ये समिट युवाओं को रोजगार दिलाने में सहायक होगी. सरकार का दावा है कि इस समिट के जरिए प्रदेश के 20 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा. उम्मीद की जा रही है कि इस दौरान 900 एमओयू पर साइन होंगे.  
19 मंत्री देंगे भाषण
इस दौरान पीएम के अलावा केंद्र के 19 मंत्री स्पीच देंगे. इनके अलावा बिजनेस लीडर्स, निवेशक और विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां भी स्पीच देंगी. प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा, इस समिट के जरिए हमने 5 लाख करोड़ रुपए के निवेश और 20 लाख से ज्यादा रोजगार देने का टारगेट रखा है. समिट में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, नितिन गडकरी, सुरेश प्रभु, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, गणपति राजू, डॉ. हर्षवर्धन, महेश शर्मा, धर्मेद्र प्रधान, गिरिराज सिंह, रविशंकर प्रसाद, शिवप्रताप शुक्ल और हरसिमरत कौर शामिल होंगे.
मेहमानों के स्वागत के लिए लखनऊ तैयार
इन्वेस्टर्स समिट में आने वाले अतिथियों के स्वागत के लिए लखनऊ तैयार है. लखनऊ के गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान इन्वेस्टर्स समिट के पोस्टर और बैनर से जैसे अटा पड़ा है. समिट के दौरान आम जनता को परेशानी ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. 
कैसी है तैयारी?
इन्वेस्टर्स समिट में करीब 5000 से ज्यादा लोगों के बैठने की व्यवस्था है. स्थल की सुंदरता को बढ़ाने के लिए करीब 4000 गमले लगाए गए हैं. योगी सरकार ने करीब 36 होटलों में मेहमानों के ठहरने की व्यवस्था की है.
किस क्षेत्र में होगा सरकार का जोर?
इस समिट में सरकार का सबसे ज्यादा जोर कृषि, फूड प्रॉसेसिंग, डेयरी, बिजली, आईटी और स्टार्टअप, पर्यटन, अक्षय ऊर्जा, फिल्म, एमएसएमई, हैंडलूम और टैक्सटाइल के क्षेत्र में होगा. मेक इन इंडिया के तर्ज पर योगी सरकार की भी ये कोशिश रहेंगी कि इस समिट के जरिए मेक इन यूपी को प्रमोट किया जाए.  
समिट के लिए सुरक्षा पूरी व्यवस्था चाक-चौबंद
समिट के लिए सुरक्षा पूरी व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी. समिट के दौरान 600 पुलिसकर्मी और स्नाइपर सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं. राजधानी में तैनात पुलिस अधिकारियों के अलावा बाहर से फोर्स मंगाई गई है. साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को भी तैनात किया गया है. प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एसपीजी की टीम और एनएसजी कमांडो रहेंगे. इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के आसपास की ऊंची इमारतों पर स्नाइपर तैनात किए गए हैं. बॉम्ब डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वायड और डॉग स्क्वायड की टीमों को भी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किया गया है.
दो दिन रहेगा ट्रैफिक डायवर्जन 
एडीजी ने बताया कि समिट के रूट पर पड़ने वाले सभी स्कूल दफ्तर और दुकानें खुली रहेंगी. ट्रैफिक सामान्य रूप से चलेगा, सिर्फ प्रधानमंत्री के एयरपोर्ट से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान तक आने और उनके लौटते वक्त कुछ देर के लिए यातायात रोका जाएगा. प्रधानमंत्री सहित राज्य अतिथियों और वीआईपी, वीवीआईपी मेहमानों की स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के लिए पीजीआई लोहिया, केजीएमयू ट्रामा सेंटर,सिविल अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. समिट के दौरान उपरोक्त सभी अस्पतालों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है.
गुब्बारे उड़ाने पर प्रतिबंध
स्थल की सुरक्षा के लिए किसी भी तरीके के ड्रोन, पैराग्लाइडिंग और गुब्बारे उड़ाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. समिट के मुख्य कार्यक्रम स्थल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पर एसपी और 14 एएसपी तैनात किए गए हैं. इनके नेतृत्व में 33 डिप्टी एसपी व अन्य पुलिस फोर्स रहेगी. इस फ़ोर्स के साथ ख़ुफ़िया टीमें, आतंकवाद निरोधक दस्ता और स्पेशल टास्क फोर्स के अधिकारी और कर्मचारी भी रहेंगे.
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