भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन ने उन अटकलों पर विराम लगा दिया है, जिनमें माना जा रहा था कि वे राज्यसभा सदस्य बन सकते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में पढ़ा रहे राजन के ऑफिस की ओर से स्टेटमेंट जारी किया गया है। स्टेटमेंट में कहा गया है कि शिकागो में काम ज्यादा होने की वजह से इस ऑफर को अपना नहीं पाएंगे।अदालत ने प्रद्युम्न के हत्यारोपी छात्र को तीन दिन की CBI रिमांड पर भेजा
ऑनलाइन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से राजन को जनवरी में राज्यसभा सदस्य बनने का ऑफर दिया गया था। इसके बाद आप में मचे घमासान मच गया, हालांकि सूत्र बताते हैं कि दूसरे संभावित नामों पर भी चर्चा चल रही है। हालांकि, अभी तक पार्टी ने किसी का नाम नहीं लिया है।
दरअसल, दिल्ली से राज्यसभा की 3 सीटों के लिए जनवरी माह में होने वाले चुनाव में आप नेता अपनी-अपनी बाजी चला रहे हैं। इससे पार्टी का अंदरूनी विवाद कई बार सार्वजनिक भी हुआ है। आप का शीर्ष नेतृत्व अब विशेषज्ञों के नामों के सहारे पार्टी नेताओं की आपसी कलह का शांत करना चाहता है।
सूत्र बताते हैं कि पार्टी विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के नाम पर विचार कर रही है। इसमें रिजर्व बैंक के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन का नाम सबसे ऊपर है। सूत्रों की मानें तो इस बारे में पार्टी ने उनसे इस बाबत संपर्क भी किया है। लेकिन इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है।
हालांकि, जानकार बताते हैं कि जिस पार्टी का नेतृत्व योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण जैसे क्षेत्र विशेष के विशेषज्ञों को अपने साथ नहीं रख सकी। कुमार विश्वास जैसी लोकप्रिय हस्ती के साथ जिसका मनमुटाव चल रहा है, उसके साथ क्षेत्र विशेष की दूसरी शख्सियतों की कैसी निभेगी।