राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लुधियाना में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के नेता रविंदर गोंसाई की हत्या में शामिल एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. परवेज ऊर्फ फरू को मंगलवार की रात गिरफ्तार किया गया. उस पर हत्या के मुख्य आरोपी हरदीप सिंह को देशी हथियार की आपूर्ति करने का आरोप है. परवेज यूपी के मेरठ का निवासी है.
उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ संयुक्त अभियान के तहत मेरठ से परवेज को गिरफ्तार किया गया. इससे पहले एनआईए ने पहर सिंह, रमनदीप और हरदीप सिंह को गोंसाई (60) की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था. बीते साल 17 अक्टूबर को आरएसएस की बैठक से लौटने के दौरान गोंसाई को गोली मार दी गई थी. एनआईए इस मामले की जांच कर रही थी.
आतंकवाद रोधी जांच एजेंसी ने जांच के दौरान यह पाया कि परवेज ने हरदीप सिंह को हथियार की आपूर्ति की थी. हरदीप पंजाब में 2016-17 के दौरान निशाना बनाकर की गई हत्याओं के मामलों के प्रमुख आरोपियों में से एक है. एजेंसी ने यह भी दावा किया कि यह निशाना बनाकर की गई हत्याएं अंतर्राष्ट्रीय साजिश के हिस्से के तौर पर की गईं.
इनका मकसद पंजाब में कानून व व्यवस्था की स्थिति को अस्थिर करना और राज्य में आतंकवाद को पुनर्जीवित करना था. एनआईए इन हत्याओं के सिलसिले में अब तक ग्यारह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. परवेज द्वारा दिए गए हथियार से आठ घटनाओं को अंजाम दिया गया. उसको एनआईए की मोहाली की विशेष अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया गया.
बताते चलें कि आरएसएस नेता रविंदर गोंसाई की हत्या लुधियाना के बस्ती जोधेवाल थाना के कैलाश नगर स्थित गगनदीप कॉलोनी में हुई थी. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे. रविंदर गोसाईं रघुनाथ नगर में RSS के मोहन शाखा के प्रमुख थे. इसके साथ ही प्रॉपर्टी एडवाइजर का काम करते थे. वारदात से पहले वह शाखा लौटे थे.
इससे पहले भी गाजियाबाद से हथियारों के एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया था. पकड़े गए आरोपी का नाम मलूक था. गाजियाबाद पुलिस ने मलूक को दिल्ली बॉर्डर से गिरफ्तार किया था. एनआईए, यूपी एटीएस और यूपी पुलिस ने मलूक को पकड़ने के लिए दबिश दी तो पथराव और गोलीबारी हुई थी. इसमें यूपी पुलिस का एक कांस्टेबल घायल हो गया था.