अभी नोटों को बदलने में दिक्कत जस की तस हर बैंक व पोस्ट आफिस पर दिखी लम्बी लाइन घंटों के बाद भी कुछ को मिले नोट कुछ को मायूस लौटना पड़ा छात्रों, महिलाओं, नौकरीपेश व कारोबारी का काम हुआ प्रभावित शहर के अधिकतर एटीएम रहे बंद कुछ चले तो कैश मिनटों में हो गया खत्म
लखनऊ , 11 नवम्बर। हजार व पांच सौ के नोट बंदी की घोषणा के बाद से लोगों को तरह तरह की दिक्कतों का सामान करना पड़ रहा है। शुक्रवार को भी बैंक व पोस्ट आफिस में लाइन लगाने के बाद भी लोगों को समय पर रकम नहीं मिल पा रही है। वहीं शुक्रवार को एटीएम खोले जाने का एलान भी गलत निकला। शहर में चंद एटीएम खुले भी तो मिनटों में मशीन खाली हो गयी। शुक्रवार को भी नये 500 के नोट किसी बैंक या पोस्ट आफिस नहीं पहुंच सके। वहीं कुछ बैंकों में तो नोट बदलने के लिए कैश तक खत्म हो गया और नोट बदलने की व्यवस्था को रोकना पड़ा। गुरुवार से बैंकों व पोस्ट आफिस में 1000 व 500 के पुराने नोट बदले की व्यवस्था शुरू की गयी। उम्मीद थी कि शुक्रवार तक लोगों को एटीएम खुलने के बाद कुछ राहत मिल जायेगी पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। शुक्रवार सुबह से लेकर शाम तक लाइन लगाने के बाद भी कई लोगों को रुपये नहीं मिल सके। हर बैंक व पोस्ट आफिस में लोगों की लम्बी लम्बी कतार देखने को मिली। बैंक व पोस्ट आफिस खुलने का समय 10 बजे का है बावजूद इसके लोग सुबह 8 बजे से ही बाहर लाइन लगाये खड़े दिखे। कुछ बैंक में नोट बदलने के दौरान कैश भी खत्म हो गया। इसके बाद वाह नोट बदलने बंद कर दिये गये। बैंक के बाहर सिर्फ नोट बदलने वालों की ही लाइन नहीं बल्कि पुराने नोट अपने खाते में जमा कराने के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ा। छात्रों को अपना स्कूल छोडऩा पड़ रहा, नौकरी पेश इंसान नोट बदलने के चक्कर में ड्यूटी पर नहीं जा पा रहा है।
व्यापारी इसी व्यवस्था में उलझ कर अपनी दुकान पर समय नहीं दे रहा है। शुक्रवार तक राजधानी के किसी भी बैंक या पोस्ट आफिस में नया 500 का नोट नहीं पहुंच सका। वहीं 2000 हजार के नये नोट भी इतने कम हैं कि एक से दो घंटे के अंदर ही बैंक व पोस्ट आफिस में नये 2 हजार के नोट खत्म हुए जा रहें हैं। शुक्रवार को आरबीआई ने इस बात की घोषणा की थी कि सभी एटीएम शुरू हो जायेंगे और लोग एक दिन में 2 हजार रुपये एटीएम से निकाल सकेंगे। फिलहाल शुक्रवार के दिन आरबीआई की इस घोषणा को बैंक प्रशासन अमली जामा नहीं पहना सके। शहर के अधिकतर एटीएम बंद रहे। कुछ जगहों पर एटीएम खुले भी तो वहां भी रुपये निकालने वालों की लम्बी लाइन लग गयी। एक से दो घंटे के बाद सारे एटीएम खाली हो गये। महिलाओं व बुजुर्गो के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं पुराने नोट बदले के लिए अधिकतर बैंक में एक ही काउंटर खोल गया है। काउंटर पर लगने वाली लाइन में सभी लोगों को लगना पड़ रहा है। महिलाओं व बुजुर्गों के लिए कोई अलग से व्यवस्था नहीं की गयी है। घंटों लम्बी लाइन में खड़े होने से महिलाओं और खासकर वरिष्ठï नागरिकों को खासी दिक्कत उठानी पड़ रही है। पुलिस वालों को उठानी पड़ रही है खासी दिक्कत पुराने नोटों की इस अदला बदली की व्यवस्था में पुलिस को सबसे अधिक दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। हर मिनट पर पुलिस के पास बैंक व पोस्ट आफिस में हंगामे की सूचना पर दोडऩा पड़ रहा है। ड्यूटी पर तैनात पुलिस वालों ने नाम ने छापने की शर्त पर बताया कि वह लोग सुबह से शाम तक बैंक व उसके आसपास की ड्यूटी में लग हैं, ऐसे में वह लोग खुद अपने पास
मौजूद पुराने नोट नहीं बदल पा रहे हैं। कुछ पुलिस वालों ने इस बात को उठाया है कि अगर पुलिस लाइन व कुछ थानों में उनके लिए भी नोट बदलने का कोई काउंटर खोल दिया जाये तो वह लोग भी समय निकाल कर किसी ने किसी तरह खुद या फिर परिवार वालों की मदद से नोट बदला सकते हैं।
मौजूद पुराने नोट नहीं बदल पा रहे हैं। कुछ पुलिस वालों ने इस बात को उठाया है कि अगर पुलिस लाइन व कुछ थानों में उनके लिए भी नोट बदलने का कोई काउंटर खोल दिया जाये तो वह लोग भी समय निकाल कर किसी ने किसी तरह खुद या फिर परिवार वालों की मदद से नोट बदला सकते हैं।
प्यास से लोगों का खड़ा होना हो रहा है मुश्किल बैंक व पोस्ट आफिस में नोट बदलने वालों की संख्या इतन है कि लोगों को नोट बदलने के लिए लाइन में बिना कुछ खाये पिये ही दो से तीन घंटे लाइन में लगना पड़ रहा है। लाइन में लगे लोगों का कहना है कि भूख की तो कोई दिक्कत नहीं पर प्यास खड़ा हो पाना मुश्किल हो रहा है। बैंक व पोस्ट आफिस के बाहर धूप में खड़े लोगों को पानी की भी दिक्कत उठानी पड़ रही है। अगर लाइन से निकल कर कोई व्यक्ति पानी पीने के लिए चला भी गया तो उसको फिर से पीछे से लगने को मजबूर होना पड़ रहा है। यहीं वजह से लोग अपनी प्यास को मारकर भी लाइन में घंटों खड़े होने के लिए मजबूर हैं। नोट बदलने के नाम बुजुर्ग महिला से ठगे गये 52 हजार रुपये पिता के इलाज के लिए नोट बदले के लिए आयी थी महिला बैंक प्रशासन ने महिला की कोई मदद नहीं की बैंक व पोस्ट आफिस में नोट बदलने के लिए जहां लोगों की भीड़ जमा है, वहीं पर ठगों व जालसाजों ने नोट के इस चक्कर का फायदा उठाते हुए लोगों को ठगना शुरू कर दिया है। हजरतगंज स्थित एसबीआई हेड आफिस रुपये बदलाने आयी एक बुजुर्ग महिला से एक जालसाज बैंककर्मी बने 52, 500 रुपये लेकर फरार हो गया। इस घटना के बाद बुजुर्ग महिला पति के साथ पुलिस व थाने के चक्कर लगाने के लिए मजबूर है। पुराने लखनऊ की रहने वाले एक बुजुर्ग महिला ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गुरुवार की सुबह वह पुराने नोट बदलने के लिए हजरगंज स्थित एसीबीआई की मुख्य शाखा पहुंची थी। वह जैसे ही लाइन में लगी वैसे ही एक युवक वहां पहुंचा और खुद को बैंककर्मी बताकर महिला की मदद करने के लिए कहा। जालसाज युवक ने बुजुर्ग महिला को बताया कि आप वरिष्ठï नागरिक हैं और आप चाहे जितनी रकम चाहिए बदला सकती हैं। यह बात सुन महिला भी खुश हो गयी, क्योंकि उनको अपने पति की दिल की बीमारी का इलाज कराने के लिए रुपये की सख्त जरूरत थी। उन्होंने आरोपी युवक को बताया कि उनके पास 52500 रुपये हैं। जालसाज ने झट से उनके हाथ से फार्म लिया और फार्म भरवाया दिया। इसके बाद आरोपी ने बहाने से बुजुर्ग महिला से 52500 रुपये लिये और उसको बदल कर नये नोट लाकर देने की बात कही। बुजुर्ग महिला ने जालसाज को बैंक कर्मचारी समझ कर बिना कुछ सोचे-समझे ही उसको 52500 रुपये थमा दिये। रुपये मिलने के बाद ही आरोपी युवक वहां से तीर की तरह गायब हो गया।
कुछ समय गुजरने के बाद जब युवक वापस नहीं लौटा तो बुजुर्ग महिला ने उसको तलाशना शुरू किया पर उसका कोई पता नहीं चल सका। कुछ ही देर के बाद महिला को यकीन हो गया कि आरोपी युवक कोई बैंककर्मी नहीं बल्कि जालसाज था। इसके बाद उन्होंने फौरन इस घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस भी पहुंच गयी। छानबीन के बाद पुलिस ने बुजुर्ग महिला को हजरतगंज कोतवाली जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कहा। वहीं पुलिस ने जब बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे को देखा तो बुजुर्ग महिला ने रुपये लेकर भाग जालसाज को पहचान लिया। पुलिस ने जब बैंक प्रशासन से जालसाज के बारे में जानकारी हासिल की तो पता चला कि वह बैंक का कर्मचारी नहीं है। शुक्रवार को पीडि़त महिला अपने पति के साथ एसएसपी आवास शिकायत लेकर पहुंची। एसएसपी आवास पर मौजूद पीआरओ अम्बर सिंह ने उनकी शिकायत सुनने के बाद हजरतगंज इंस्पेक्टर से बात कर पीडि़त महिला की एफआईआर दर्ज कराने की बात कही।
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