दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री रहे कपिल मिश्रा ने पुलिस को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा हटाने का अनुरोध किया है. दिल्ली पुलिस को लिखे लेटर में मिश्रा ने लिखा है कि अमरनाथ यात्रियों पर किये गए हमले से वे बेहद आहत हैं, इसलिए कुछ लोगों को सुरक्षा देने की बजाय वे देशवासियों को सुरक्षा दिए जाने की वकालत करते हैं.
आतंकी हमले को लेकर भड़के शिवसेना ने सरकार से बोला- कहां है 56 इंच का सीना?
कपिल ने अपने पत्र में लिखा है, ‘दिल्ली पुलिस के द्वारा मुझको सुरक्षा प्रदान करने हेतु कुछ जवान मेरे निवास स्थान पर तैनात किए गए है. दो हथियारबंद पीएसओ मेरे साथ गाड़ी में भी रहते हैं. घर पर भी नगालैंड पुलिस की एक सशस्त्र गारद तैनात रहती है. मुझे बताया गया कि सुरक्षा कारणों से मुझे Y+ सिक्योरिटी दी जा रही है, लेकिन कल अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद से मन में एक विचार आ रहा है कि कुछ लोगों की सुरक्षा में जवानों को तैनात करने से क्या फायदा? जीवन तो देश के हर नागरिक का एक समान मूल्यवान है.’
उन्होंने कहा, ‘इस प्रकार किसी एक व्यक्ति की सुरक्षा में इतने जवान लगे हों और वहीं शिवभक्तों से भरी बस में आतंकी हमले में कई नागरिकों की जान चली जाए ये दुःखद और कष्टदायी है. इसलिए आपसे निवेदन है कि मुझको दी जा रही ये सुरक्षा तत्काल हटाई जाए. इन जवानों की ज्यादा आवश्यकता कहीं और है. देश में राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री या अन्य कई महत्त्वपूर्ण स्थानों पर बैठे लोगों की सुरक्षा निश्चित आवश्यक है क्योंकि मामला राष्ट्रहित से जुड़ा होता है. मैं, आज से अपने को दी जा रही सुरक्षा को लौटाता हूं. इस संदर्भ में आवश्यक प्रक्रिया जो भी वो जल्द पूरी करवाने की कृपा करें.’
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features