लगातार मिसाइल परीक्षण करके कड़े अमरीकी प्रतिबंध के खतरों का सामना कर रहे उत्तर कोरिया ने आज फिर दक्षिण प्योंगयाग प्रांत के बुकचांग क्षेत्र से मिसाइल परीक्षण किया। हालांकि माना जा रहा है कि यह परीक्षण नाकाम रहा है। अमरीका के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने भी मिसाइल परीक्षण की पुष्टि की है। यह परीक्षण कोरियाई प्रायद्वीप में भारी तनाव और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘भीषण संघर्ष’ की चेतावनी के बीच हुआ है। साथ ही यह परीक्षण अमरीका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करने के कुछ ही घंटों के बाद हुआ है जिसमें उन्होंने प्योंगयान पर दबाव बनाने के लिए चीन की अहम भूमिका के साथ वैश्विक अभियान की मांग की थी। उत्तर कोरिया ने चीन का अनादर किया
उत्तर कोरिया के असफल मिसाइल परीक्षण के बाद ट्रंप ने कल रात ट्वीट किया, ‘उत्तर कोरिया ने आज मिसाइल परीक्षण कर, हालांकि वह परीक्षण असफल रहा, चीन की इच्छाओं एवं उनके बेहद सम्माननीय राष्ट्रपति का अनादर किया है। बुरा है।’ उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल परीक्षण ट्रंप प्रशासन के चीन और उनके राष्ट्रपति शी चिनफिंग की सराहना करने के एक दिन बाद किया गया है। ट्रंप प्रशासन ने प्योंगयांग को और मिसाइल अथवा परमाणु परीक्षण न करने के लिए सहमति बनाने के वास्ते उनकी सराहना की थी।
उत्तरी अमरीका को खतरा नहीं
पीएसीआेएम के प्रवक्ता डेव बेनहम ने एक बयान में बताया, ‘यूएस पैसेफिक कमांड ने इसका पता लगाया और हमारा अनुमान है कि उत्तर कोरिया ने 28 अप्रैल को हवाई समयानुसार सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर पुक्चांग एयरफील्ड के पास किया गया। बेहनम ने कहा, ‘मिसाइल उत्तर कोरियाई क्षेत्र से बाहर नहीं आ सकी।’ उन्होंने कहा कि ‘नॉर्थ अमेरिकन एयारोस्पेस डिफेंस कमांड’ (एनआेआरएडी) इस पर दृढ़ है कि उत्तर कोरियाई मिसाइल प्रक्षेपण से उत्तरी अमरीका को कोई खतरा नहीं है। बेनहम के मुताबिक, ‘यूएस पैसेफिक कमान कोरियाई गणराज्य एवं जापान में अपने सहयोगियों की सुरक्षा के के लिए प्रतिबद्धता से खड़ा है।’ रिपोर्ट के अनुसार, मिसाइल संभवत: मध्यम दूरी की केएन-17 बैलिस्टिक मिसाइल थी।