फ़िल्म ‘गेम्स ऑफ अयोध्या’ के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर अमर सिंह मुंबई पहुंचे और उन्होंने अयोध्या से जुड़ी कई बातें की. उन्होंने साफ किया कि अगर सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला मंदिर के पक्ष में देता है तो फिर किसी को नहीं कहना चाहिए कि जज्बात का मामला है.जानिए, विवादों से घिरी राधे मां की जिंदगी की अनोखी दास्तान…
अमर सिंह ने यहां अपने राजनीतिक जीवन, समाजवादी पार्टी में उतार-चढ़ाव, मुलायम अखिलेश के रिश्ते जैसे तमाम मामलों पर अपना पक्ष रखा. आजतक से खास बातचीत में अमर सिंह से ने पाटीदार नेता नरेंद्र पटेल द्वारा बीजेपी पर पैसे देने का आरोप लगाने के सवाल पर बड़े फिल्मी अंदाज में अपनी जेब से पैसे निकाले और कहा ‘ये पैसे मैंने निकाले और मैं कहू ये आपने दिया है और आप साबित कीजिये ये मैंने नही दिया है. वीडियो क्लिपिंग और ऑडियो क्लिपिंग के साथ प्रस्तुतिकरण होना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘परम पूज्यनीय, आदरणीय नरेंद्र पटेल जी को बीजेपी के उस व्यक्ति का नाम बताना चाहिए जो उन्हें रिश्वत दे रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘ कांग्रेस के साथियों से पूछना चाहूंगा कि चिदम्बरम ने मुझे जेल भेज दिया. तब ना ऑडियो था मेरा ना वीडियो, लेकिन मैं बच गया क्योंकि मैं दोषी नही था. इसलिए नीचे से ऊपर तक कि अदालत से मैं बरी हो गया. इस लेन-देन की प्रक्रिया में जिस रेवती रमन सिंह का ऑडियो-वीडियो था, उनके बारे में कहा गया कि वीडियो धुंधला है और ऑडियो नही है.
यादव परिवार पर की टिप्पणी
अब मैं मुलायम सिंह से दूर हूं. मैंने अखिलेश यादव को उनका पूरा पिता दे दिया है, फिर क्यों बाप-बेटे एक नही हो रहे. अब मैं अलग हूं, फिर किसके पोस्टर पर वो पेशाब करेंगे. किसका चेहरा देखकर डिंपल टेलीविज़न बंद करेंगी. अखिलेश के साथ राहुल जी गए थे. उनका निशान है पंजा और उन्हें उतने ही वोट मिले.’