हिंदू पंचांग के अनुसार अमावस्या और पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। 16 अप्रैल को वैशाख मास की अमावस्या है और इस दिन सोमवार भी है। जब अमावस्या सोमवार को पड़ती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहते हैं। शास्त्रों में अमावस्या पर पवित्र नदियों में नहाने और दान करने के बारे में बताया गया है। आइए जानते हैं अमावस्या पर कौन सा काम करना चाहिए और कौन सा नहीं।सोमवार के दिन अमावस्या पड़ने के कारण इसका महत्व और भी बड़ा हो जाता है इसलिए इस दिन शिवलिंग पर तांबे के पात्र से जल चढ़ाना चाहिए और पीपल के पेड़ पर भी।
सोमवती अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए और इस दिन हनुमानजी के सामने तेल का दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
शास्त्रों में बताया गया है कि अमावस्या की रात को भूलकर भी किसी सूनसान जगह पर नहीं जाना चाहिए क्योंकि अमावस्या वाली रात को नकारात्मक शक्तियां सबसे ज्यादा सक्रिय रहती हैं।
अमावस्या वाले दिन देर से सो कर नहीं उठना चाहिए साथ इस दिन किसी को अपशब्द या फिर किसी के साथ वाद-विवाद में नहीं पड़ना चाहिए।