कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 104 सीटें लाने के बाद भी सरकार न बना पाने वाली बीजेपी की निराशा साफ़ देखी जा सकती है. वहीं कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन के बाद जेडीएस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी देवेगौडा के पुत्र कुमारस्वामी कर्नाटक की कमान संभालेंगे. लेकिन बीजेपी अभी भी कर्नाटक में सत्ता हासिल करने के सपने देख रही है.
कर्नाटक के मुद्दे पर मिडिया से चर्चा करते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि अगर “जेडीएस और कांग्रेस अपने विधायकों को रिजॉर्ट में छिपाकर नहीं रखते और उन्हें अपने क्षेत्र में जाने का मौका मिलता तो, नतीजा कुछ और होता.” अमित शाह ने कांग्रेस के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हम पर हॉर्स-ट्रेडिंग का आरोप लगाने वाली कांग्रेस ने पूरा का पूरा अस्तबल ही बेच दिया.
बीजेपी अध्यक्ष के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. उनके बयान में कर्नाटक में सरकार नहीं बना पाने का अफसोस दिख रहा है. बहुमत से महज आठ सीट दूर रहने वाली बीजेपी, दूसरे और तीसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन को अपवित्र बता रही है. अमित शाह बार-बार यह दिखाना चाह रहे हैं कि बीजेपी की हार नहीं है, बल्कि जनादेश कांग्रेस के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में यह गठबंधन ज्यादा दिन तक चलने वाला नहीं है और हम उस दिन का इंतज़ार कर रहे हैं, कर्नाटक में सरकार भाजपा ही बनाएगी.
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