भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के पदाधिकारियों से कहा है कि नोटबंदी को लेकर जनता को हो रही समस्याओं के निदान के लिए बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को जनता के बीच पहुंचना चाहिए। साथ ही उन्हें कैशलेस व्यवस्था को अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। जरूरत पड़े तो उन्हें इस व्यवस्था के बारे में प्रशिक्षित भी करें।
अमित शाह शुक्रवार की शाम अचानक लखनऊ में पार्टी मुख्यालय पहुंच गए। श्री शाह को एटा में जनसभा करके कानपुर पहुंचना था लेकिन उन्होंने हेलीकॉप्टर लखनऊ एयरपोर्ट पर ही उतरवा दिया और सीधे पार्टी मुख्यालय आ गए। उनके यहां आने की खबर पाकर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. दिनेश शर्मा और प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल भी पहुंच गए।
इनके साथ प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता हृदय नारायण दीक्षित, कार्यालय प्रभारी भरत दीक्षित, प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर और प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने भी श्री शाह से मुलाकात की। हालांकि, मीडिया से मिलने से श्री शाह ने परहेज किया, लेकिन खबर के अनुसार उन्होंने इन नेताओं से आने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए राजनीतिक हालात पर चर्चा की।
माना जा रहा है कि चर्चा में भाजपा की परिवर्तन यात्रा, पिछड़ा सम्मेलन और युवा सम्मेलन को जनता किस तरह से समर्थन दे रही है, इस पर भी पार्टी पदाधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने बहराइच की परिवर्तन रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के न पहुंच पाने और उसके बाद मोबाइल पर संबोधन पर जनता के मूड के बारे में पार्टी नेताओं से जानकारी ली। उन्होंने कानपुर में 19 दिसंबर और लखनऊ में 2 जनवरी पीएम मोदी की रैलियों की तैयारियों के बारे में भी समीक्षा की।