यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका के साथ द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके बाद वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि यह समझौता कीव के नाटो में शामिल होने की कोशिश के लिए एक पुल है।
उन्होंने कहा कि ‘यह समझौता सभी की मदद करेगा, क्योंकि रूस सभी के लिए एक ‘वास्तविक वैश्विक खतरा’है। जेलेंस्की ने आगे कहा कि यह सुरक्षा पर एक समझौता है। यह सहयोग पर एक समझौता है और इस प्रकार हमारे राष्ट्र मजबूत बनेंगे। यह स्थायी शांति की गारंटी के कदमों पर एक समझौता है और इसलिए इससे दुनिया में सभी को लाभ होगा। ‘
कई महीनों तक अमेरिका -यूक्रेन में हुई बातचीत
यह समझौता अमेरिका और यूक्रेन के बीच कई महीनों की बातचीत के बाद हुआ है और उम्मीद है कि अमेरिका यूक्रेन के सशस्त्र बलों की लगातार ट्रेनिंग हथियारों और सैन्य उपकरणों की लागत, सैन्य सहायता के निरंतर प्रावधान और अधिक खुफिया जानकारी साझा करने के लिए 10 सालों तक बना रहेगा।
बता दें कि राष्ट्रपति बाइडन ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका यूक्रेन के प्रति अपने समर्थन में मजबूत बना हुआ है। सीएनएन के अनुसार, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद अमेरिकी जो बाइडन ने कहा, रूस का संघर्ष दुनिया के लिए एक परीक्षा रहा है।
13-15 जून तक चलेगा शिखर सम्मेलन
ग्रुप ऑफ सेवन (जी7) शिखर सम्मेलन 13-15 जून तक इटली के अपुलिया में आयोजित किया जा रहा है।
‘सभी यूक्रेनियन और सभी यूरोपीय लोगों के लिए यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि यूरोप में कोई सुरक्षा घाटा नहीं होगा, जो हमलावर को युद्ध के लिए प्रेरित करता है और भविष्य को अनिश्चित बनाता है।
वॉशिंगटन पुतिन को दिखाएगा ताकत
इससे पहले, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने मंगलवार को कहा था कि जी7 में यूक्रेन के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता स्पष्ट बनी रहेगी और वॉशिंगटन पुतिन को हराने के लिए अपनी पूरी ताकत दिखाएगा।
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