अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ एक बार फिर हवाई हमला किया है। अमेरिका के ताजा हमले में लाल सागर में हूती समूह की तीन एंटी-शिप मिसाइलें नष्ट हो गई हैं। वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि लाल सागर में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी सेना ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की। बयान में कहा गया है कि अमेरिकी सेना ने यमन में हूती ठिकानों पर तीन सफल हमले किए।
यूएस सेंट्रल कमांड ने बताया कि हमला शुक्रवार शाम करीब 6:45 बजे किया गया, जब एंटी-शिप मिसाइलों ने क्षेत्र में व्यापारी जहाजों और अमेरिकी नौसेना के जहाजों को खतरा पेश किया। यूएस सेंट्रल कमांड ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि नौवहन की रक्षा करने और समुद्री जहाजों पर हमलों को रोकने के लिए चल रहे प्रयासों के तहत अमेरिकी नौसेना के जहाज लाल सागर में मौजूद हैं। 19 जनवरी को लगभग शाम 6:45 बजे (सना के समयानुसार) यूएस सेंट्रल कमांड बलों ने तीन हूती एंटी-शिप मिसाइलों पर हमले किए, जो लॉन्च करने के लिए तैयार थे।
पोस्ट में आगे कहा है कि अमेरिकी बलों ने यमन के हूती-नियंत्रित क्षेत्रों में मिसाइलों की पहचान की और निर्धारित किया कि वे क्षेत्र में व्यापारी जहाजों और अमेरिकी नौसेना के जहाजों के लिए खतरा बन सकती हैं। बाद में अमेरिकी सेना ने आत्मरक्षा में मिसाइलों पर हमला किया और उन्हें नष्ट कर दिया। यह कार्रवाई अमेरिकी नौसेना के जहाजों और व्यापारिक जहाजों के लिए जल क्षेत्र को सुरक्षित बनाएगी।
हूतियों ने दागी थीं मिसाइलें
इससे पहले, अमेरिकी मध्य कमांड ने कहा था कि ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने अमेरिका के केम रेंजर जहाज पर दो एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। हालांकि इससे किसी को चोट या क्षति नहीं पहुंची। इसके बाद अमेरिका ने भी सप्ताह में हूती ठिकानों को निशाना बनाया था। इस्राइली हमलों के खिलाफ फलस्तीन के समर्थन में हूतियों के हमलों से लाल सागर होते हुए दुनिया में कई हिस्सों में माल की आवाजाही रुक गई है। अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाने वाली मिसाइलें दक्षिण लाल सागर में लक्षित की गई थीं। इस बीच, बाइडन ने कहा कि जहाजों पर हमले नहीं रुके तो अमेरिका हूती विद्रोहियों के विरुद्ध अपनी कार्रवाई जारी रखेगा।