नई दिल्ली। उरी हमले के बाद पाकिस्तान पर पूरी दुनिया चढ़ बैठी है। भारत का गुस्सा सातवें आसमान पर है तो अमेरिका भी पाक को लेकर कड़ा रुख अपना रहा है।

अमेरिका ने संसद में पेश किया बिल
दो अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजित करने वाला मुल्क करार देने से जुड़ा विधेयक यूएस कांग्रेस में पेश किया है।
नवाज के भाषण से पहले शर्मिंदा हुआ पाक
यूएन जनरल असेंबली में पीएम नवाज शरीफ के भाषण से पहले इसे पाकिस्तान के लिए शर्मिंदगी भरा घटनाक्रम माना जा रहा है। नवाज शरीफ यूएन में कश्मीर का मुद्दा उठाने वाले हैं।
एचआर 6069 या द पाकिस्तान स्टेट स्पॉन्सर ऑफ टेररिजम डेजिगनेशन ऐक्ट नाम के इस बिल के आने के चार महीने के अंदर अमेरिकी प्रशासन को इस मामले पर औपचारिक रुख तय करना होगा।
90 दिन के भीतर रिपोर्ट जारी करेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति
अमेरिकी राष्ट्रपति को 90 दिन के भीतर एक रिपोर्ट जारी करनी होगी। इसमें इस बात की विस्तृत जानकारी दी जाएगी कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को बढ़ावा दिया कि नहीं।
इसके तीस दिन बाद यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट को एक फॉलोअप रिपोर्ट पेश करना होगा। इसके जरिए यह तय होगा कि पाकिस्तान आतंकवाद प्रायोजित करने वाला मुल्क है। अगर ऐसा नहीं होता तो इस बात की विस्तृत जानकारी देनी होगी कि ऐसा न करने के पीछे क्या कानूनी बाध्यताएं हैं?
कैलिफोर्निया के सांसद ने पेश किया बिल
इस बिल को टेक्सस शहर के कांग्रेसमेन टेड पो और कैलिफोर्निया के कांग्रेसमेन डेना रोअरबाकर ने रखा है। टेड टेररिजम पर बनी हाउस सब कमिटी के चेयरमैन भी हैं। डेना बलूच आंदोलन के समर्थक हैं।
पाकिस्तान पर भरोसा नहीं कर सकते
बिल का ऐलान करते हुए टेड ने कहा, ‘पाकिस्तान न केवल एक न भरोसा किया जाने लायक सहयोगी है, बल्कि वह सालों से अमेरिका के दुश्मनों को मदद देता रहा है। उसने न केवल ओसामा को पनाह दी, बल्कि उसके हक्कानी नेटवर्क से भी अच्छे रिश्ते हैं। इसके अलावा भी पर्याप्त सबूत हैं कि आतंकवाद के खिलाफ जंग में पाकिस्तान किसके साथ खड़ा है।
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