अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन के हूती संगठन को एक बार फिर निशाना बनाया है। दोनों देशों ने सोमवार देर रात अपनी वायुसेना के जरिए हूतियों के आठ ठिकानों पर एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया। अमेरिकी रक्षा विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, यह हमले लाल सागर में हूतियों की व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने की क्षमता को पूरी तरह से बर्बाद करने के लिए किया गया है।
लाल सागर में हूतियों की तरफ से अलग-अलग देशों के जहाजों पर हमले के बाद अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों की सेना सक्रिय हुई हैं। बीते 12 दिनों में हूतियों को रोकने के लिए यह संगठन पर आठवां हमला था। बताया गया है कि इन हमलों में हूती संगठन के हथियार रखने के कई भूमिगत ठिकाने तबाह हुए हैं। इससे उसकी मिसाइल और ड्रोन क्षमता को भारी नुकसान हुआ है।
‘हूतियों की हमले की क्षमता खत्म करने के लिए एयरस्ट्राइक’
गौरतलब है कि लाल सागर में हूतियों के खिलाफ अभियान में अमेरिका, ब्रिटेन के अलावा ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, कनाडा और नीदरलैंड्स भी मदद मुहैया कराते रहे हैं। इन देशों की ओर से जारी साझा बयान में कहा गया कि हमले सिर्फ हूतियों की क्षमताओं को खत्म करने के लिए किए गए।
यमन की आधिकारिक सबा न्यूज एजेंसी ने कहा कि यह हमले यमन की राजधानी सना और देश में कई और जगहों पर हुए। वहीं, हूतियों के टीवी चैनल अल-मसीरा ने कहा कि यमन में अल-दैलामी सैन्य बेस को निशाना बनाया गया। यहां चार एयरस्ट्राइक की गईं। इसमें कहा गया कि हूतियों ने सोमवार सुबह ही यमन के तटीय क्षेत्र में एक अमेरिकी कार्गो शिप को निशाना बनाया था।