अमेरिका में फलस्तीन समर्थक छात्रों का दमन जारी है। देश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में 18 अप्रैल से चल रहे धरना-प्रदर्शन में करीब ढाई हजार छात्र-छात्रा गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस कई विश्वविद्यालयों में घुसकर धरने हटवा चुकी है लेकिन आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
भारतीय समयानुसार रविवार सुबह पुलिस ने वर्जीनिया विश्वविद्यालय में धरना खत्म कराते हुए वहां से 25 छात्रों को गिरफ्तार किया। शार्लोसविल स्थित वर्जीनिया विश्वविद्यालय में पुलिस कार्रवाई से पहले तक परिसर के लॉन में गाजा पर इजरायली हमले के विरोध में शांतिपूर्ण धरना चल रहा था। दंगा निरोधी उपायों से लैस पुलिस ने परिसर में प्रवेश करते ही कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिसकर्मियों की छात्रों से हाथापाई हुई
पुलिस ने वहां पर केमिकल स्प्रे करते हुए छात्रों को बलपूर्वक धरनास्थल से हटाना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों की छात्रों से हाथापाई भी हुई। इसके बाद पुलिस ने छात्रों को हिरासत में लेकर उनके हाथ पीछे से बांध दिए। गाजा युद्ध और उसे दिए जा रहे अमेरिका के समर्थन के विरोध में देश की ज्यादातर शिक्षण संस्थाओं में इस समय धरना-प्रदर्शन चल रहे हैं, 40 से ज्यादा संस्थाओं से छात्र-छात्राओं को गिरफ्तार किया गया है।
धरने में विश्वविद्यालय से बाहर के कई लोग शामिल
वर्जीनिया विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट जिम रेयान ने कहा है कि धरना में विश्वविद्यालय से बाहर के कई लोगों के शामिल होने की सूचना के बाद पुलिस को बुलाया गया। ऐसा परिसर की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया। इसी प्रकार से शिकागो के आर्ट इंस्टीट्यूट में भी पुलिस ने परिसर में प्रवेश कर वहां से फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों को हटाया है।
फलस्तीन समर्थकों ने अव्यवस्था पैदा करने की कोशिश की
मिशिगन विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह में फलस्तीन समर्थकों ने नारेबाजी कर अव्यवस्था पैदा करने की कोशिश की। उन्होंने वहां पर फलस्तीन का झंडा फहराते हुए फलस्तीनियों के समर्थन और इजरायल के विरोध में नारे लगाए। पुलिस ने जल्द ही प्रदर्शनकारियों को नियंत्रण में लेकर उन्हें समारोह स्थल से बाहर किया। इसी प्रकार से कई अन्य संस्थाओं में भी प्रदर्शन होने की सूचना है।