माल क्षेत्र के अटारी गांव में मंगलवार देर रात अयोध्या में तैनात दारोगा द्रवेश त्रिवेदी के पिता तेजा (62) की गोली मार कर हत्या कर दी गई। वह गांव में ही आटा चक्की का कारखाना चलाते थे। घटना के समय वह घर के बाहर बरामदे में चारपाई पर सोए थे। वारदात को अंजाम देकर अज्ञात बदमाश भाग निकले। परिवारीजन ने किसी से भी रंजिश की बात से इंकार किया है। पुलिस हत्यारों की तलाश में दबिश दे रही है। माल के अटारी गांव निवासी तेज नारायण उर्फ तेजा का गांव में आटा चक्की का कारखाना है। उनके बड़े बेटे द्रवेश अयोध्या में दारोगा हैं।
मंगलवार रात तेजा के परिवारीजन घर के अंदर थे जबकि वह बाहर बरामदे में सोए थे। देर रात करीब 12ः30 बजे गोली की आवाज सुनकर उनका बेटा प्रवेश और अन्य परिवारीजन बाहर निकले। चारपाई पर खून से लथपथ हालत में तेजा पड़े थे। परिवारीजन की चीख-पुकार सुनकर आस पड़ोस के लोग आ गए। प्रवेश, पड़ोसियों की मदद से पिता को सीएचसी लेकर पहुंचे। जहां से हालात नाजुक देख उन्हें ट्रामा रेफर कर दिया गया। ट्रामा ले जाते समय रास्ते में तेजा ने दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी पर थाना प्रभारी राम सिंह यादव व पुलिस बल पहुंचा। पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया। इसके बाद प्रवेश की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। प्रवेश ने बताया कि परिवार में मां और छोटा भाई सर्वेश है।
परिवारीजन ने रंजिश से किया इंकारः तेजा के परिवारीजन ने किसी से रंजिश की बात से इंकार किया है। थानाप्रभारी ने बताया कि रुपयों के लेनदेन, किसी से रंजिश समेत कई अन्य बिंदुओं पर हत्याकांड की जांच की जा रही है। जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर घटना का राजफाश किया जाएगा। हालांकि, परिवारीजन के किसी से रंजिश की बात न कहने से मामला थोड़ा उलझ गया है।