अयोध्या में राम मंदिर पर फैसले की पहली वर्षगांठ, लेकिन कोई आयोजन नहीं
राम मंदिर पर फैसले की पहली वर्षगांठ पर आज भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त कर दी गई है। रामजन्मभूमि परिसर की तरफ जाने वाले सभी मार्गों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है जिससे किसी भी प्रकार से नगर की शांति न भंग होने पाए। वहीं, दूसरी तरफ फैसले की वर्षगांठ मनाए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
पिछले वर्ष 9 नवंबर को उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या मुद्दे पर जमीन के मालिकाना हक को लेकर फैसला सुनाया गया था और माना था कि पूरी जमीन रामलला की है। आज फैसले का एक वर्ष पूरा हो रहा है जिसके बाद पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भूमि पूजन किया गया और अब मंदिर निमार्ण की प्रक्रिया चल रही है।
अयोध्या की सीमाओं के साथ ही राम जन्मभूमि परिसर की तरफ जाने वाले सभी मागोर्ं की सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। राम जन्मभूमि जाने वाले लोगों के लिए सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है तो कोविड-19 के तहत जारी एडवाइजरी को लेकर अयोध्या में किसी भी प्रकार के आयोजन पर रोक लगा दी गई है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक दीपक कुमार ने अयोध्या में किसी भी प्रकार के आयोजन न करने की चेतावनी दी है साथ ही यह भी कहा कि यदि किसी भी प्रकार का आयोजन बिना अनुमति के किया जाएगा तो प्रशासन की तरफ से सख्त कार्रवाई की जायेगी।