मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि अभी मस्जिद निर्माण के शुभारंभ की न तो कोई योजना है और न तैयारी है। निर्माण शुरू होने में कम से कम छह महीने और लग सकते हैं। उम्मीद है कि मई से हम काम शुरू कर सकते हैं।
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन मई 2024 से मस्जिद का निर्माण शुरू करा सकता है। मस्जिद निर्माण के लिए धन जुटाने की कवायद चल रही है। फरवरी से विभिन्न राज्यों में इसके लिए प्रभारी की नियुक्ति की जाएगी। ट्रस्ट का कहना है कि मस्जिद निर्माण में देरी डिजाइन में बदलाव की वजह से हुई है।
मस्जिद का एरिया करीब 40 हजार वर्ग फीट होगा। वर्ष 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सोहावल के धन्नीपुर में पांच एकड़ जमीन मस्जिद निर्माण के लिए मुस्लिम पक्ष को दी गई है। राममंदिर का निर्माण 70 फीसदी पूरा हो गया है।
मस्जिद की नींव भी नहीं पड़ सकी है। मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि अभी मस्जिद निर्माण के शुभारंभ की न तो कोई योजना है और न तैयारी है। निर्माण शुरू होने में कम से कम छह महीने और लग सकते हैं।
उम्मीद है कि मई से हम काम शुरू कर सकते हैं। मंदिर की नई डिजाइन फरवरी तक तैयार हो जाएगी। फिर नक्शा पास कराने के लिए भेजा जाएगा। फरवरी में साइट कार्यालय जरूर स्थापित कर दिया जाएगा।
अस्पताल, सामुदायिक रसोई व संग्रहालय का भी होगा निर्माण
अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद की डिजाइन में बदलाव किया गया है। मस्जिद अब 15 हजार वर्ग फीट के बजाय 40 हजार वर्ग फीट में बनाई जाएगी। फरवरी से राज्यों में प्रभारी नियुक्त कर धन जुटाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। मस्जिद के अलावा हम सामुदायिक अस्पताल, सामुदायिक रसोई, संग्रहालय का भी निर्माण करेंगे।