पाकिस्तान के हाथों चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत की करारी हार के बाद भारत में जश्न का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है. देश के कई हिस्सों में पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाने पर प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. इस मामले पर अब राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष घयोरुल हसन रिजवी का बड़ा बयान आया है. रिजवी ने कहा कि जो लोग पाकिस्तान की जयजयकार कर रहे हैं, वो वहां जा सकते हैं. उन्हें सीमा पार कर लेनी चाहिए और उसी देश में चले जाना चाहिए, बेहतरी इसी में है कि उन्हें वहीं रुक जाना चाहिए.
ईद का मतलब सलमान की ‘ट्यूबलाइट’ तो चटख रौशनी बिखेरेगी…
मंगलवार को मेरठ में आईटीपी पार्टी में उन्होंने ऐसा कहा था. उन्होंने कहा, ‘मैं कश्मीर के उन लोगों के बारे कह रहा था, जिन्होंने पाकिस्तान की जीत (चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में) का जश्न मनाया था. उन लोगो को जिनके दिमाग और दिल पाकिस्तान में हैं, बस उनके शरीर यहां है, इसलिए उन्हें भी वहां चले जाना चाहिए. उन्हें वहीं रहना चाहिए.’ उनका ये बयान फाइनल में पाकिस्तान की भारत पर जीत के बाद कश्मीर में हो रहे समारोहों की खबरों के जवाब में था. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 15 और कर्नाटक में 2 लोगों पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया, जो पाकिस्तान की जीत का जश्न मना रहे थे.
बता दें कि अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने जीत पर पाकिस्तान को बधाई दी थी. वहीं मीरवाइज उमर फारूक ने ट्वीट किया, “चारों ओर आतिशबाजी, ऐसा लग रहा है कि समय से पहले ईद आ गई है.
कश्मीर में मनाया गया पाकिस्तान की जीत का जश्न
बता दें कि रिजवी पहले बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव थे. चार महीने के अंतराल के बाद पिछले महीने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष का पद संभाला. उन्होंने अपना जो पहला बयान दिया, वह उनके ‘व्यक्तिगत विश्वास’ के बारे में था, कि कश्मीरी पंडितों को अल्पमत का दर्जा दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा ,कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोगों कहना हैं कि पाकिस्तानी जीत, ‘ईद से पहले ईद’ लाई है. यह दुख की बात है कि वे भारत में रहते हैं, और कहते हैं ‘पाकिस्तान जिंदबाद’. एक हिंदुस्तानी के रूप में, मुझे बहुत दुख होता है.
मुस्लिमों के खिलाफ अत्याचारों की रिपोर्ट के लिए जारी किया हेल्पलाइन
बता दें कि मंगलवार को, रिजवी पर “अलगाववादी एजेंडा” को आगे बढ़ाने के विश्व हिंदू परिषद ने आरोप लगाया था. ये आरोप मुस्लिमों के खिलाफ अत्याचारों की रिपोर्ट करने के लिए एक हेल्पलाइन की घोषणा करने के बाद लगाया गया था. VHP के संयुक्त महासचिव सुरेंद्रजैन ने कहा कि रिजवी, अलगाववादियों के एजेंडे को लागू करने से, मुस्लिम समुदाय में अलगाववाद की भावनाओं को मजबूत कर रहा है. (हेल्पलाइन) एक महसूस करता है कि मुस्लिम समुदाय के खिलाफ अत्याचार इस अनुपात पर पहुंच गए हैं कि मुसलमानों के लिए हेल्पलाइन खोलने का कदम उठाया जाना चाहिए.