लखनऊ , 5 जनवरी हसनगंज पुलिस ने प्राइवेट कम्पनी कर्मचारी जितेन्द्र की हत्या का खुलासा करते हुए उसकी पत्नी के प्रेमी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने एक साथी के साथ मिलकर जितेन्द्र की हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद किया है। अब पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी है। एसपी टीजी दुर्गेश कुमार ने बताया कि बीते 5 जनवरी को हसनगंज के शिवनगर खदरा में रहने वाले एक प्राइवेट कम्पनी के सेल्समैन जितेन्द्र कुमार यादव की गला रेंत कर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में जितेन्द्र के पिता ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हसनगंज कोतवाली में हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी थी।
मामले की छानबीन के दौरान पुलिस को जितेन्द्र के करीबी पर शक था। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की गयी पर नतीजा कुछ नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने जब जितेन्द्र की पत्नी कविता के मोबाइल फोन की डीटेल खंगाली को वहां से पुलिस को प्रतापगढ़ जनपद निवासी फेरी दुकानदार सद्दाम हुसैन का नम्बर मिला। पुलिस को इस बात का पता चला कि सद्दाम हुसैन व कविता में लम्बी बातचीत होती है। वहीं सद्दाम हुसैन का जितेन्द्र के परिवार से कोई सबंध नहीं था।
इसके बाद हसनगंज पुलिस सद्दाम की तलाश में प्रतापगढ़ गयी पर वह हाथ नहीं लगा। बुधवार को हसनगंज पुलिस को सर्विलांस की मदद से सद्दाम के मोबाइल की लोकशन लखनऊ में मिली। इसके बाद पुलिस ने सद्दाम को निरालानगर चौकी के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ की गयी तो उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर जितेन्द्र की हत्या करने की बात कबूली। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद किया। इंस्पेक्टर हसनगंज ने बताया कि इस मामले में सद्दाम का एक साथी जो प्रतापगढ़ जनपद का रहने वाला है अभी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
जितेन्द्र की हत्या के मामले में पुलिस का कहना है कि उसकी पत्नी की कोई भूमिका नहीं थी। मिस्ड कॉल से हुई थी कविता से पहचान आरोपी सद्दाम हुसैन ने बताया कि कुछ समय पहले उसका फोन गलती से कविता के मोबाइल पर लग गया था। बस इसी के बाद से दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया और फिर दोनों के बीच प्रेम संबंध हो गये। आरोपी कविता से मिलने के लिए अक्सर लखनऊ आता रहता था। कविता का पति दिन में जब काम पर चला जाता था तो आरोपी सद्दाम व कविता मिलते थे।
उसका कहना है कि उसने कविता से शादी की प्लानिंग भी की थी। कविता व सद्दाम के रिश्ते के बीच में जितेन्द्र रूकावट था। बस इसी के चलते सद्दाम ने जितेन्द्र को रास्ते से हटाने की ठान ली। घटना के दिन जितेन्द्र की पत्नी कविता अपने मायके एक शादी में शामिल होने के लिए गयी थी। 5 जनवरी की रात सद्दाम हुसैन अपने साथी के साथ जितेन्द्र के घर पहुंचा और उसकी हत्या का अंजाम देकर फरार हो गया।