दुनियां में कोरोना फैलाने वाले चीन से एक और चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। पूर्वी चीन में उत्पादित आइसक्रीम पर कोरोना वायरस पाए जाने से देश में हड़कंप मच गया है। जिसके बाद अधिकारियों ने उस बैच के आइसक्रीम के डिब्बों को वापस मंगाने का आदेश दिया है। जानकारी के मुताबिक आइसक्रीम के तीन सैंपल कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
सरकारी बयान में कहा गया है कि मामला सामने आने के बाद बीजिंग से सटे तियानजिन इलाके में Daqiaodao फूड कंपनी को सील कर दिया गया है और उसमें काम करने वाले कर्मचारियों का धड़ाधड़ कोरोना वायरस का परीक्षण किया जा रहा है। फिलहाल आइसक्रीम से किसी के संक्रमित होने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
सरकार ने कहा कि बैच के 29 हजार आइसक्रीम के डिब्बों में से अधिकांश को बेचा जाना बाकी था। आगे कहा गया है कि तिआनजिन में बेचे गए 390 आइसक्रीन के पैकेट को ट्रैक किया जा रहा है। बताया गया है कि आइसक्रीम बनाने में इस्तेमाल की गई सामग्री में न्यूजीलैंड के मिल्क पाउडर और यूक्रेन का वे-पाउडर शामिल हैं।
वैश्विक महामारी का कारण बनने वाला कोविड-19 वायरस चीन में पैदा हुआ और पूरी दुनिया में फैल गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले यह आरोप लगाया था और इसे चीनी वायरस करार दिया था। ट्रंप समेत दुनिया के कई नेताओं ने जांच की मांग की थी। इस पर डब्ल्यूएचओ ने वायरस का स्त्रोत जांचने के लिए चीन पहुंची है। हालांकि, शुरुआत में बीजिंग इसके लिए तैयार नहीं था।
उल्लेखनीय है कि आनाकानी के बाद चीन ने हाल ही में डब्ल्यूएचओ की टीम को अपने यहां आने की अनुमति दी थी। यह टीम पता लगाएगी कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति वुहान से हुई या नहीं। महामारी शुरू होने के बाद से ही बीजिंग पर यह आरोप लगता रहा कि उसके वुहान शहर स्थित लेबोरेटरी से ही कोरोना वायरस बाहर निकला। चीन अपने उपर लगे आरोपो को लगातार खारिज करता रहा है। चीन के मुताबिक विदेश से आयातित मछली और अन्य खाद्य पदार्थों के जरिए कोरोना वायरस चीन में आया था।