मूडीज द्वारा भारत की रेटिंग में इजाफा करने से सरकार और शेयर बाजार में खुशी का माहौल है। ऐसे में आपके लिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि इससे अर्थव्यवस्था और आम नागरिकों पर क्या असर पड़ेगा।
क्या है मूडीज: दुनिया की तीन बड़ी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों में से एक मूडीज है। दो अन्य रेटिंग एजेंसियों में फिच और स्टैंडर्ड एंड पूअर्स शामिल हैं। वर्ष 1908 में मूडीज की स्थापना की गई थी। यह एजेंसी सरकारों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा जारी बांड पर आधारित वित्तीय अनुसंधान करती है। इसी आधार पर वह देश की क्रेडिट रेटिंग जारी करती है। कुल मिलाकर उसकी रेटिंग के आधार पर यह तय होता है कि अमुक देश में निवेश कितना सुरक्षित है। मूडीज एएए से लेकर सी तक की रेटिंग जारी करती है। एएए सबसे बेहतर और सी सबसे खराब रेटिंग है।
सरकार और लोगों दोनों को फायदा
1. सस्ता और आसान कर्ज: देश में भी कर्ज सस्ता होगा। भारतीय कंपनियों को भी सस्ता कर्ज मिलेगा।
2. विदेशी कंपनियां लगाएंगी भारत में पैसा: मूडीज की रेटिंग का बांड्स पर असर होगा। दूसरी रेटिंग एजेंसियां भी भारत की रेटिंग बढ़ा सकती हैं। भारत पर विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा।
3. आर्थिक विकास तेज होगा: रेटिंग में सुधार से लगता है कि नोटबंदी और जीएसटी का असर कम हो चुका है। लोगों का भरोसा बढ़ रहा है, जिससे विकास दर तेज होगी।
4. महंगाई घटने की उम्मीद: सुधार पर डटे रहने से विकास दर बढ़ी है। महंगाई का डर कम होता दिख रहा है। आगे महंगाई और कम होने की उम्मीद है।
5. शेयर बाजार में रिटर्न बढ़ेगा: शेयर बाजार में उत्साह का माहौल है। शेयर बाजार में नई शुरुआत हो चुकी है। आम लोगों को भी अच्छे रिटर्न मिलेंगे।
6. रुपया मजबूत होगा: देश में आर्थिक माहौल बेहतर होने और विदेशी निवेश बढ़ने से रुपया भी मजबूत होगा। इसके अलावा बांड और इक्विटी मार्केट मजबूत होगा। सरकार का भी राजस्व बढ़ेगा।