आपने भगवान विष्णु की कई ऐसी तस्वीरें और मूर्ति देखी होगी जिसमे वह शेष शैय्या पर लेटे हुए रहते हैं और माँ लक्ष्मी भगवान विष्णु के पैर दबाती दिखाई देती हैं. लेकिन क्या आप इसके पीछे का रहस्य जानते हैं अगर नहीं तो आज हम आपको बताएँगे कि भगवान विष्णु अक्सर शेष शैय्या पर क्यों लेटे रहते हैं.
इस पूरी सृष्टि की रचना ब्रह्मा ने की लेकिन इसका संचालन करने की जिम्मेदारी भगवान विष्णु की मिली हैं. इसलिए भगवान विष्णु हमारे जीवन की जरूरत को पूरा करते हैं और धर्म की स्थापना भी करते हैं. भगवान विष्णु का शेषनाग की शैय्या पर लेटे रहने के पीछे का रहस्य हमारे जीवनकाल से जुड़ा हुआ है.
शेषनाग के कई फनों की छाया में भगवान विष्णु का चेहरा अक्सर मुस्कुराता हुआ दिखाई देता हैं. इसका यह मतलब है कि घर के मुखिया पर कई जिम्मेदारियां होती है, लेकिन वह फिर भी उन सभी का दायित्व निभाते हुए मुस्कुराता रहता है. भगवान विष्णु का यह स्वरूप इस बात का संकेत देता है कि हमारे घर में कितनी भी परेशानी आ जाए लेकिन घर के मुखिया के चेहरे पर कभी उदासी नहीं आती है वह हमेशा ही आपने दुखों को छिपाकर अपने घर की जिम्मेदारी संभालते है जैसे भगवान विष्णु पूरी सृष्टि की जिम्मेदारी संभालते हैं.
भगवान विष्णु के पैर दबाती माँ लक्ष्मी इस बात का संदेश देती हैं जो व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों का संचालन कुशलता पूर्वक करता है उसके परिवार में हमेशा खुशहाली रहती है. माँ लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता हैं और अगर घर की स्त्री भी अपने पति के हर रोज पैर दबाती है तो उनके घर में धन की कभी कमी नहीं होती है.