जी हां, यह सब हुआ गंगोरी पुल ढहने के कारण। पुल के ढहते ही एक बारात भी उत्तरकाशी की ओर फंस गई। टिहरी जनपद के मुखेम गांव के संदीप थपलियाल की बारात बृहस्पतिवार को नेताला जानी थी।
पुल ध्वस्त होने के कारण दूल्हे एवं बारातियों को पैदल ही दूसरी ओर जाना पड़ा। दूसरी ओर भी पर्याप्त वाहन नहीं होने पर कई बाराती छह किमी पैदल ही नेताला तक गए और विवाह संस्कार संपन्न कराकर दुल्हन को साथ लेकर पैदल लौटे।
बता दें कि, गंगोरी में असी गंगा पर बना बीआरओ का साठ मीटर लंबा वैली ब्रिज बृहस्पतिवार सुबह सवा सात बजे ओवरलोडिंग के कारण भरभरा कर ढह गया।
पुल ढहने से गंगोत्री हाईवे अवरुद्ध हो गया, जिससे सीमावर्ती चौकियों और गंगोत्री धाम सहित भटवाड़ी ब्लाक के साठ से अधिक गांवों का देश-दुनिया से सड़क संपर्क कट गया है।